हल्द्वानी। भाजपा राज मे देवभूमि की अस्मिता खतरे में पड़ गयी है। बेटी बचाओ का नारा देने वाले ही बेटियों को नोच रहे है। महिलाओं के साथ अपराध के मामलों में हिमालयी राज्यो में उत्तराखंड पहले स्थान पर पहुंच गया है। महिला अपराध साल दर साल बड़ रहे है, जिसमें भाजपा नेताओं का भी सहयोग है। य़ह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि विगत दो माह में ही नैनिताल जिले के हल्द्वानी और रामनगर क्षेत्रो में ही 24 से अधिक महिला अपराध से जुड़े मामले मीडिया के माध्यम से उजागर हुए है, तो सोचिए पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जाँच क्यो नही हो रही, क्यो एक साल बीत जाने के उपरांत भी अंकिता न्याय से वंचित है। समय रहते अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जाँच होती और वीवीआईपी व्यक्ति का नाम सामने आ जाता तो कई भाजपा के सफेदपोश नेताओ के नाम सार्वजनिक होते। अंकिता भंडारी सहित ऐसे सैकड़ो मामले है जो न्याय की राह देख रहे है।
महिला अपराधों पर भाजपा का दोहरा नजरिया और राजनीति बिल्कुल सही नही है। दोषियों पर सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित हो।
प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अपराधों पर भाजपा महिला मोर्चा का चुप रहने पर अफसोस व्यक्त करते हुए करन माहरा ने कहा कि भाजपा महिला नेत्रियां निर्भया केस के समय सड़क पर उतर कर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रही थी अब जब भाजपा नेताओं पर ही महिला उत्पीड़न के आरोप साबित हो रहे है उस पर महिला नेत्रियां मौन उपवास पर चली गयी है और जब मैं प्रदेश की अस्मिता के लिए पदयात्रा निकालता हु तो यही महिला मोर्चा पुतले दहन कर मौन उपवास तोड़ देता है, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था बेदम है। अपराधियों के हौसले बुलंद है। देवभूमि अपराधियों की ऐशगाह बन कर रह गयी है। खुले आम दिनदहाड़े, डकैती, लूटपाट और हत्याएं, बलात्कार किये जा रही है। कानूनी कार्यवाही में देरी और ढिलाई से अपराधियों के हौसले बुलंद है। उधमसिंह नगर नर्स हत्याकांड प्रकरण पर एसएसपी उधमसिंह नगर के बयान पर आपत्ति दर्ज करते हुवे करन माहरा ने कहा कि जब कानून के रक्षक ही इस प्रकार की बाते करने लग जाये तो विकृत मानसिकता के लोगो को बल मिलेगा ही। जिम्मेदार पुलिस अधिकारी बेतुके बयान दे कर अपनी जिम्मेदारी से मुँह नही मोड़ सकते। मुख्यमंत्री धामी इस मामले का तुरंत संज्ञान ले एसएसपी उधमसिंह नगर को जवाब तलब करे और उनसे सार्वजनिक माफी मंगवाए। बनभूलपुरा प्रकरण भी शासन प्रशासन की नाकामी का ही परिणाम है। शासन प्रशासन की नाकामी के कारण देवभूमि देश दुनिया में शर्मसार हुयी है, जिसका खामियाजा आम जनता ने भुगता है।
प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, महानगर अध्यक्ष एडवोकेट गोविंद सिंह बिष्ट, कांग्रेसी हरीश मेहता, पीसीसी सतीश नैनवाल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख भोला दत्त भट्ट, पूर्व प्रदेश सचिव प्रकाश पांडे, प्रदेश सचिव सुहैल सिद्दीकी, प्रदेश सचिव राजेन्द्र बिष्ट (रज्जी), पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हेमन्त बगडवाल, ब्लॉक अध्यक्ष मोहन बिष्ट, पीसीसी भागीरथी बिष्ट, महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जया कर्नाटक, पार्षद राधा आर्य, कुमाऊँ मीडिया प्रभारी नीरज तिवारी, कांग्रेस पंचायत प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष एडवोकेट मनोज बिष्ट, महानगर मीडिया प्रभारी आशीष कुडाई, प्रदीप बिष्ट, गिरिजा तड़ागी, उदित करायत उपस्थित रहे।
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