

हल्द्वानी डीपीएस में शिक्षा और संस्कृति का संगम
हल्द्वानी: तो साहिब, जब देशभर में गर्मी अपने पूरे तेवर में है, उस वक्त उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल में कुछ बच्चों ने जीवन के हर पड़ाव को मंच पर जिया। नाम था ‘आरंभ The Beginning’। जी हाँ, सुनने में भले ही शुरुआत लगे, लेकिन स्कूल का यह कार्यक्रम ग्रीष्मावकाश से पहले की एक शानदार विदाई बन गया।
विलियम शेक्सपीयर ने कहा था कि “दुनिया एक रंगमंच है और हम सब उसमें किरदार हैं” इस पंक्ति को वहां के बच्चों ने केवल दोहराया नहीं, जिया। कक्षा 4 और 5 के बच्चों ने “The Seven Ages of Man” की प्रस्तुति से यह दिखा दिया कि जीवन के हर पड़ाव शैशव से लेकर वृद्धावस्था तक में रंग हैं, संघर्ष हैं, और सबसे ज़्यादा जो है वो है अभिनय। कार्यक्रम की शुरुआत हुई उन बच्चों को सम्मानित करके जिन्होंने बोर्ड की परीक्षाओं में कमाल कर दिखाया। यह वो पल था जहाँ मेहनत को सार्वजनिक रूप से सलाम किया गया। मंच पर चमकते चेहरों की मुस्कान में उनके संघर्ष की कहानी छिपी थी।
अब आप कहेंगे कि स्कूल के कार्यक्रम तो होते रहते हैं, इसमें नया क्या? तो जनाब, यहां नाट्य, नृत्य, संवाद और संस्कार सब एक साथ दिखा। और सबसे अहम बात इसमें वो बच्चे थे जो शायद कल किसी रंगमंच पर या किसी समाचार मंच पर अपनी पहचान बनाएंगे।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या सुश्री रंजना शाही ने धन्यवाद दिया, लेकिन वो धन्यवाद महज़ औपचारिक नहीं था उसमें हर शिक्षक, हर अभिभावक और हर बच्चे के प्रयास की गूंज सुनाई दी।
तो यही थी ‘आरंभ’ की कहानी शुरुआत एक कार्यक्रम की नहीं, बल्कि उन सपनों की जिनमें उड़ान भरने को तैयार हैं हमारे बच्चे।