Advertisement
ख़बर शेयर करें -

दुनिया छोड़कर चला गया रितिक

मेरठ: सीसीएसयू के गंगानगर निवासी छात्र रितिक की होटल में शराब पिलाकर हत्या कर दी गयी। इस मामले में पिता की शिकायत पर पुलिस ने मृतक के दोस्त को हिरासत में लिया है। छात्र को करीब एक साल पहले उसके दोस्तों ने पेशाब पिलाकर बुरी तरह पीटा था। उसके चेहरे व सिर पर भी यूरिन किया गया था। मृतक के पिता करन चौधरी का आरोप है कि जिन्होंने हत्या की है, वो युवक एक साल से उनके बेटे के पीछे पड़े थे। बीते साल 13 नवंबर को भी इन्होंने उसकी हत्या का प्रयास किया था। सीसीएसयू के समीप ही तब एक पार्टी में रितिक का उसके दोस्तों से कुछ विवाद हुआ था, जिसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गयी। चेहरे पर यूरिन किया गया व उसको यूरिन पीने को मजबूर किया गया।
मृतक के परिजनों ने बताया कि सोमवार की शाम करीब चार बजे दो युवक उनके गंगानगर स्थित मकान पर पहुंचे थे। वो रितिक को बाइक से अपने साथ लेकर गए। शाम चार बजे तक तो रितिक से बातें होती रहीं, लेकिन उसके बाद मोबाइल पर रिंग तो जाती रही, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। पूरा परिवार रितिक को लेकर परेशान होता रहा। देर रात करीब दो बजे एक युवक जिसने अपना नाम राहुल बताया, उसकी कॉल आयी। इस युवक ने रितिक की तबीयत खराब होने की बात कही और यह कहा कि तुरंत मेडिकल की इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे। पिता ने पुलिस को बताया कि जब इमरजेंसी वार्ड पहुंचे तो वहां मौजूद डाक्टरों ने रितिक को मृत बताया। परिजनों ने वहां हंगामा कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंच गयी। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

यह भी पढ़ें 👉  'आप ' के हुए अवध ओझा

घटना है एक साल पहले की

13 नवंबर, 2023 को गंगानगर निवासी रितिक घर से दोस्तों के साथ पार्टी में जाने की बात कहकर निकला था। लेट नाइट उसका दोस्तों से कुछ विवाद हुआ। आरोप है कि जिसके बाद उसको बुरी तरह पीटा गया। उस पर पेशाब किया गया। इतना ही नहीं उसको पेशाब पिलाया भी गया। परिजनों का आरोप है कि घटना में पुलिस ने आशीष मलिक को जेल भेजा था। इनके अलावा अवि शर्मा, राजन, मोहित ठाकुर भी गिरफ्तार किए थे। आशीष मलिक भी कुछ समय बाद जेल से छूटकर बाहर आ गया।

नशे की लत और बुरी संगत का

रितिक को नशे की बुरी लत थी। दोस्तों के सर्किल ने उसे बिगाड़ दिया था। बताया गया है कि नशे की लत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो होटलों में रूम लेकर नशा किया करते था। वह सूखा नशा करता था।

यह भी पढ़ें 👉  नगर निगम में आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी

पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के चलते नहीं हो पायी गवाही, दुनिया छोड़कर चला गया रितिक

मेडिकल थाना क्षेत्र में एक साल पहले अंजाम दिए गए सनसनीखेज यूरिन कांड का पीड़ित इंसाफ के इंतजार में दुनिया से विदा हो गया, लेकिन मेडिकल पुलिस को नामजदों की गिरफ्तारी की फुर्सत नहीं मिली। यह स्थिति तो तब है, जब एडीजी, आईजी और खुद एसएसपी लंबित विवेचनाओं को लेकर लगातार थानेदारों के पेंच कसते रहते हैं।
गंगानगर निवासी कंप्यूटर छात्र 20 वर्षीय रितिक पुत्र करन सिंह का भी मामला कुछ ऐसा ही है। करीब एक साल पहले पीवीवीएनएल के लाइनमैन करन सिंह के पुत्र रितिक के साथ मेडिकल थाना क्षेत्र में 13 नवंबर को यूरिन कांड अंजाम दिया गया था। उक्त मामले में पिता की तहरीर पर पुलिस ने घटना में पुलिस ने आशीष मलिक को जेल भेजा था। इनके अलावा अवि शर्मा, राजन, मोहित ठाकुर के खिलाफ लिखा पढ़ी गयी थी। आशीष मलिक भी कुछ समय पहले जेल से जमानत पर बाहर आ गया।

Advertisement
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

Comments