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नैनीताल: आज के दिन, 125 साल पहले स्वामी विवेकानंद जी ने काठगोदाम से अद्वैत आश्रम मायावती आश्रम, लोहाघाट तक अपनी प्रसिद्ध पदयात्रा शुरू की थी। इस ऐतिहासिक अवसर को याद करते हुए संस्कार परिवार देहरादून द्वारा स्वामी विवेकानंद सनातन जनजागरण पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा शहीद स्थल नैनीताल रोड हल्द्वानी से स्वामी विवेकानंद स्मृति स्थल रेलवे स्टेशन काठगोदाम तक निकाली गई, जिसमें प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु आचार्य डॉ. बिपिन जोशी के पावन सानिध्य में कार्यक्रम आयोजित हुआ।
यात्रा के दौरान सत्य सनातन धर्म की जय के गगनभेदी जयकारे गूंजे और स्वामी विवेकानंद के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। शहीद स्थल पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और इस अवसर पर अभियान दल में शामिल बच्चों ने योगासनों का प्रदर्शन भी किया।
कार्यक्रम के सूत्रधार, आचार्य डॉ. बिपिन जोशी ने स्वामी विवेकानंद पर्यटन सर्किट को अमली जामा पहनाने के लिए सरकार, स्थानीय लोगों, और स्वामी विवेकानंद के विचारों के अनुयायियों से मिलकर कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि वह स्थानीय लोगों के सहयोग से रेलवे और उत्तराखंड सरकार से बातचीत करेंगे ताकि काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर स्वामी विवेकानंद जी की एक भव्य मूर्ति स्थापित की जा सके और हल्द्वानी में बच्चों के लिए एक आधुनिक पुस्तकालय खोला जा सके।
कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने योगदान दिया, जिनमें योगाचार्य डॉ. बिपिन जोशी, डॉ. मथुरा दत्त जोशी, समाजसेवी विकास किरौला, कमल सिंह जीना, विजय भट्ट, रोशन राणा, जितेंद्र मालिक, योगाचार्य नीरज चौधरी आदि शामिल थे।
यात्रा ने भीमताल में नौकायन कर जनजागरण अभियान चलाया और अब यह यात्रा अपने दूसरे पड़ाव, धारी की ओर बढ़ चुकी है। आज रात्रि का विश्राम धारी पड़ाव के पास सुंदरखाल में होगा।

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