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सरकार पर लगाया भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप

हल्द्वानी। राज्य निगम कर्मचारी/अधिकारी महासंग का धरना आज शनिवार को भी जारी रहा। महासंग ने शासन पर निगम कर्मचारियों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अख्तियार करने का आरोप लगाया है। धरने को सम्बोधित करते हुये वक्ताओं ने कहा कि निगम कर्मचारियों को सातवे वेतनमान के अनुरूप मकान किराया भत्ता नहीं दिया जा रहा है, जिसका कर्मचारी पूरजोर विरोध करते है उनका कहना था कि लम्बे समय से दैनिक, विशेष श्रेणी, संविधा पर 10 साल से भी अधिक समय से सेवारत कर्मचारियों को अभी तक नियमित नहीं किया जाना सरकार की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है। वक्ताओं ने कहा कि आउटसोर्स पर काम करने वाले युवाओं के लिये सामाजिक सुरक्षा नीति बनाये जाने की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पेयजल एजेंसियों के एकीकरण और ट्रेजरी से वेतन, पेनशन भुगतान, की मांग लटकाई जा रही है, यह हरगिज बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य कर्मियों पर लागू होने वाले आदेश कभी भी सीधे निगम कर्मचारियों पर लागू नहीं होते। वक्ताओं ने निगम कर्मचारियों को पदोन्नति में स्थिलता का भी सीधा लाभ देने की बात कही। उन्होंने सरकार को चेताया कि यदि सरकार शासन स्तर पर उनकी मागों का निस्तारण नहीं करती है तो वह आगामी 3 सितम्बर को राजधानी देहरादून के शहीद स्थल के साथ ही सचिवालय तक हजारों की संख्या में कूच करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

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धरने में महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गौसाई, बीएस रावत, टी एस बिष्ट, अरूण पांडे, दिनेश पंत, विपिन्न विजल्वाण, श्याम सिंह नेगी, रमेश विजोला, संदीप मनहोत्रता, प्रेम सिंह रावत, राकेश पेटवाल, ओम प्रकाश भट्ट, मनमोहन चौधरी, मेजपाल सिंह, राजेश रमोला, विजय खाली, अजय वेलवाल, राजकुमार, अनुराग नोटियाल, राजेश कुमार, मंगलेश
लखेड़ा, उर्मिला द्विवेदी, अशोक राज उनियाल, मुकेश बहूगुणा, मुकेश रतूड़ी, मुकेश नैथानी, अनुराग नोटिशल, भोला जोशी, विजय प्रसाद, विजय बोधियाल, दिनेश, केशर चन्द्र, शिशुपाल रावत, संदीप पांडे आदि मौजूद रहे।

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