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नौतपा का ताप बन रहा आफत

हल्द्वानी: उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में गर्मी का रौद्र रूप बढ़ता ही जा रहा है। दशकों बाद गर्मी का ऐसा रूप देखने को मिल रहा है, जिससे मौसम गर्म हो रहा है। आगामी तीन दिन तक राहत के आसार है। तराई क्षेत्र में बारिश का असर ज्यादा हो सकता है। पिछले पांच दिन से गर्मी का स्तर इतना बढ़ गया है कि दिन में जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। लगातार बढ़ते तापमान के बीच गर्मी में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। शुक्रवार के साथ आज शनिवार को भी सड़कों पर गर्मी का कहर साफ़ दिखाई दिया। मौसम गर्म बना हुआ था और दिन भर लोग परेशान दिखाई दिए। बात अगर कुमाऊँ के प्रवेश द्वार की करे तो हल्द्वानी में गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री व स्सियस न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आगामी दो तीन दिन तक राहत के आसार है। कृषि मौसम विज्ञान पंतनगर के प्रोफेसर डा. आर के सिंह का कहना है कि एक से लेकर तीन जून तक हल्की बूंदाबादी के आसार बने हुए हैं और गरज के साथ तेज हवा भी चलेगी। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो दो से तीन डिग्री तापमान कम होगा, लेकिन उमस बनी रहेगी।

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गर्मी से आमजन परेशान

इस समय पड़ रही भयंकर गर्मी का असर बाजारों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। गर्मी के तेवर तल्ख होने के साथ साथ अभी राहत नहीं मिल रही है। मौसम में बढ़ती उमस और गर्मी के बीच बाजारों में भी रौनक कम दिख रहे हैं और जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। हालात ऐसे ही कि गर्मी के बीच आमजन ही नहीं पशु पक्षी भी परेशान हो रहे है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे ही गर्मी के तेवर और भी तल्ख होने के साथ-साथ आमजन भी परेशान है।

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क्या है नौतपा ?

आजकल नौतपा के कहर और लू की भयावहता से सर्वत्र त्राहि त्राहि मची है। दरअसल नौतपा साल के सबसे गरम नौ दिनों को कहते हैं जिसका समय 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक माना जाता है। इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं जिससे प्रचंड गर्मी पड़ती है। बीते 12 सालों में इस दौरान सबसे ज्यादा औसत तापमान 2018 में 43.8 डिग्री सेल्सियस रहा है। लगता है इस बार यह रिकार्ड भी टूटेगा। इस बार य़ह जून के दूसरे हफ्ते तक रह सकता है।

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