हल्द्वानी। एम.बी.पी.जी कॉलेज में बतौर अतिथि प्राध्यापिका भौतिक विज्ञान डॉ. सुधा पाल को नैनोमेटिरियल करेक्टाइजेशन और डिवाइस अनालायसि पर भारत सरकार द्वारा पेटेन्ट ग्रान्ट प्रदान किया गया है। डॉ. पाल को अब तक भारत सरकार द्वारा दो पेटेन्ट ग्रान्ट प्रदान किये जा चुके है। वहीं यूएसइआरसी देहरादून द्वारा डॉ. पाल को यंग बुमन पुरूस्कार 2023 से नवाजा गया है। इतना ही नहीं उन्हे शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य के लिये उड़ान 2023 पुरूस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
डॉ. सुधा पाल को उनकी इस उपलब्धि के लिये एम.बी.पी.जी के प्राचार्य व महाविद्यालय के सभी वरिष्ठ प्राध्यापकों ने बधाई दी है। तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। अपनी इस उपलब्धि पर डॉ. सुधा पाल ने बताया कि इस पेटेन्ट ग्रान्ट में दुर्लभ पृथ्वी आयनों के साथ नैनोमेटिरियल के आप्टिकल संरचनात्मक, रूपात्मक और विकिरण गुणों की व्यवस्थित रूप से जांच की गयी है। इस नैनोमेटेरियल में नैनों कणों का साइज लगभग 10 नैनो मीटर से 200 नैनो मीटर तक का हो सकता है। इस मेटेरियल का उपयोग प्रकाशित उपकरणों में किया जा सकता है। साथ ही इस मेटेरियल को रोटा वायरस को पहचानने के लिये भी उपयोग किया जा सकता है।