

हल्द्वानी: हल्द्वानी में रविवार को रामलीला मैदान देशभक्ति और शौर्य के रंग में रंगा नजर आएगा। कांग्रेस की ओर से ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही ‘जय हिन्द सभा’ में सेना के अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम का अभिनंदन किया जाएगा। शनिवार को नैनीताल रोड स्थित एक होटल में हुई प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने इस सभा की विस्तृत जानकारी दी।
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने बताया कि ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता को पूरे देश में मनाया जाएगा। 10 शहरों में ‘जय हिन्द सभा’ आयोजित की जा रही है, जिनमें हल्द्वानी भी एक प्रमुख केंद्र है। रविवार को रामलीला मैदान में होने वाली सभा में कुमाऊं भर से 10 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जानकारी दी कि सभा में 1965, 1971 और 1999 की लड़ाइयों में हिस्सा लेने वाले सैनिकों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “जय हिन्द का उद्घोष देश विरोधियों के मन में तब भी डर पैदा करता था और आज भी करता है।
रावत ने अंतरराष्ट्रीय हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि चीन अब अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल करने की फिराक में है, जो आने वाले खतरे का संकेत है। उन्होंने केंद्र की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब पूरा देश पीओके के मसले पर उम्मीद से भरा था, तब अचानक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हस्तक्षेप कर उस सपने को तोड़ दिया।
रावत ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत के हमले की जानकारी दी गई थी। रावत ने कहा कि अगर सच में ऐसा हुआ है तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा की गंभीर चूक है और यदि यह बयान गलत है तो विदेश मंत्री को हटाया जाए।
रावत ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि तिरंगा यात्रा के नाम पर भाजपा सेना के शौर्य का राजनीतिक दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पहले ही जय हिन्द सभा की घोषणा कर दी थी, बावजूद इसके भाजपा ने उसी दिन काठगोदाम में सभा रख दी जो राजनीतिक शिष्टाचार के विरुद्ध है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि हालिया पहलगाम हमले में इंटेलिजेंस पूरी तरह विफल रही। उन्होंने कहा कि आतंकियों का अब तक कोई सुराग नहीं लगना गंभीर चिंता का विषय है। साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि दो-तीन दिन के भीतर आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1 बिलियन डॉलर की मदद कैसे दी यह भारत की विदेश नीति पर सवालिया निशान लगाता है।
प्रदेश सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड वीर सैनिकों की भूमि है, लेकिन इसके बावजूद विदेशी दबाव में सीजफायर करना भारत की रणनीतिक विफलता दर्शाता है। उन्होंने भाजपा शासन में सेना के ठिकानों पर हुए आतंकी हमलों को भी उजागर किया।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सभा के माध्यम से जनता को जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देशवासियों को सच्चाई से रूबरू कराना चाहती है, ताकि वे यह समझ सकें कि मौजूदा नीतियां किस दिशा में ले जा रही हैं।
प्रेस वार्ता में करन माहरा, सुरेंद्र शर्मा, प्रकाश जोशी, ललित फसर्वाण, ललित जोशी, वीरेंद्र रावत, आनंद रावत, राहुल छिमवाल, गोविंद बिष्ट और संदीप भैसोड़ा सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।