ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। आज से श्रवण मास का आरम्भ हो गया है। इस बार सावन 29 दिन का रहेगा, इस बार खास बात यह है कि सावन माह सोमवार के साथ आरंभ हुआ। सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है। इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ेगे। इस माह में भगवान भोले की आराधना और उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की आराधना से मन का दुख और शरीर का कष्ट कम होने लगता है तथा इन दिनों भगवान को जल एवं बेलपत्र चढ़ाकर प्रसन्न किया जाता है। भक्ति और सेहत के लिहाज से सावन में खान-पान को लेकर विशेष ध्यान देने की जरूरत भी होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बारिश के दिनों में बीमारी बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए ऐसे चीजों से परहेज करना चाहिए जिनमें सूक्ष्म जीव ज्यादा होते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  एक ही सदन में साथ बैठेंगे 'राम' , 'रावण'

सावन महीने में भूलकर भी न खाएं ये चीजें

  1. सावन के महीने में दही खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इस मौसम में जल्दी से गुड बैक्टीरिया के साथ बैड बैक्टीरिया बनाने लगती है। जिससे उसमें खट्टापन अधिक आ जाता है, जो सेहत के लिए सही नहीं हैं। अगर दही खाते भी हैं तो बिल्कुल फ्रेश खाएं। इस मौसम में दही का सेवन करने से सर्दी, जुकाम और गले से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।
  2. सावन के महीने में हरी सब्जियां खाने से बचना चाहिए। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि पालक, धनिया, सलाद पत्ती और पत्ता गोभी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि बारिश के पानी और नमी से इनमें बैक्टीरिया और दूसरे सूक्ष्म जीवों के रहने के लिए यह बढ़िया जगह बन जाता है और इनके सेवन से हम बीमार हो सकते हैं।
  3. सावन के महीने में जड़ वाली सब्जियां खाने से बचना चाहिए। जड़ वाली सब्जियों में मूली, गाजर (गाजर का हलवा), शलजम जैसी सब्जियां शामिल हैं। अगर इनका सेवन करते भी हैं तो साफ कर लें
  4. सावन का महीना पवित्र माना जाता है। इस महीने में आपको प्याज और लहसुन खाने से बचना चाहिए। इसे तामसिक माना गया है। इनका सेवन करने से पूजा-पाठ से मन विचलित हो सकता है। इसके साथ ही मांसाहारी भोजन के सेवन से बचना चाहिए।
  5. सावन के महीने में बैंगन का सेवन करने से भी बचना चाहिए। क्योंकि बारिश के दिनों में भले ही आपको बाजार में सुंदर गोल-मटोल आकार में बैंगन (बैंगन रेसिपीज) मिलेंगे, लेकिन फलों में बारिश पड़ने के कारण सब्जी के अंदर में कीड़े लग जाते हैं। जिनका सेवन धोखे से भी किया जाए तो बीमारी का आना तय है।
Advertisement
Ad Ad Ad Ad Ad Ad

Comments

You cannot copy content of this page