दरोगा ने तानी महिला पर पिस्टल
लखनऊ/मीरापुर: यूपी के मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर सीट पर उपचुनाव की वोटिंग के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। बाद में ककरौली थाने के इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने भीड़ को खदेड़ने के लिए वहां मौजूद महिलाओं पर रिवॉल्वर तान दी और कहा कि यहां से चली जाओ, नहीं तो गोली मार दूंगा। वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर रिवॉल्वर ताने हुए इंस्पेक्टर का वीडियो शेयर करते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग की।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ये फुटेज जारी करके लिखा कि इंस्पेक्टर रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं। उत्तर प्रदेश में करहल, मीरापुर, ककरौली, सीसामऊ सीट, मुजफ्फरनगर में पुलिस से झड़पें हुई। करहल में वोटिंग के बीच दलित युवती की हत्या कर दी गई। पिता ने आरोप लगाया कि सपा को वोट देने से मना करने पर युवक ने बेटी को मार डाला। चुनाव आयोग ने सपा की शिकायत पर 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि इन्होंने मतदाताओं के वोटर आईडी चेक किए और बूथ पर नहीं जाने दिया। कानपुर में 2, मुरादाबाद में 3 और मुजफ्फरनगर में 2 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए। कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने कहा कि मुस्लिम बाहुल इलाकों में प्रशासन लोगों को डरा रहा है। चमनगंज इलाके में पुलिस और आरएएफ ने लोगों को दौड़ाया। वहीं मीरापुर विधानसभा उपचुनाव छिटपुट घटनाओं के बीच सम्पन्न हो गया। शाम छह बजे तक 57.9 प्रतिशत मतदान हुआ। कई स्थानों पर पुलिस व वोटर आमने-सामने आये, जहां पर पुलिस को व्यवस्था बनाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। जगह-जगह पर पुलिस फोर्स पर वोटरों को परेशान किये जाने व मताधिकार से वंचित किये जाने के आरोप लगते रहे। शिकायतों पर कार्रवाई हुई, तो एसएसपी को दो दारोगाओं को निलंबित करना पड़ा। मीरापुर उपचुनाव के कईं वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हुए, जिसमें एक इंस्पेक्टर द्वारा महिलाओं पर पिस्टल तानी गई है और वह गोली मारने की धमकी दे रहा है। इस वीडियो को अपने एक्स एकाउंट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया एकाउंट पर मीरापुर उपचुनाव की वीडियो पोस्ट करते हुए तीखी टिप्पणियां की।
बता दें कि मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा पर उपचुनाव होना था। जो बुधवार सुबह सात बजे प्रारम्भ हुआ। चुनाव प्रारम्भ होने के बाद से ही पुलिस प्रशासन पर आरोप लगने शुरु हो गये थे कि उनके द्वारा मुस्लिम व दलित बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाताओं को आईडी चेक करने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। इसी के साथ शिकायतों का दौर शुरु हुआ, जिसके बाद इलेक्शन कमीशन ने स्पष्ट आदेश दिये कि कोई भी पुलिसकर्मी आईडी चेक नहीं करेगा, यह कार्य पीठासीन अधिकारी व उनकी टीम का होता है। ककरौली में मतदान से रोकने पर मतदाताओं व पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया, तो मतदाताओं ने भी पथराव कर दिया। इसी तरह ककरौली, जौली, सीकरी, खेड़ी फिरोजाबाद, कम्हेड़ा, तुल्हेड़ा, सिकंदरपुर, पिथौरा, किशनपुर, मुझेड़ा, नंगला बुजुर्ग, सम्भलहेड़ा, तेवड़ा आदि ग्रामों में मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग के लिए रोके जाने व पुलिस के साथ झड़प के समाचार मिलते रहे, जिसके बाद इलेक्शन कमीशन ने सख्ती दिखाई और मतदान शांतिपूर्वक शुरु हुआ। कुछ मतदान केन्द्रों पर लम्बी लाईने होने के कारण मतदान छह बजे के बाद भी चलता रहा।