कॉलेज के सलाहकार के.के. पांडे की पत्रकार वार्ता
हल्द्वानी। पाल कॉलेज ऑफ टैक्नोलॉजी एण्ड मनेजमैंट की स्थापना का मुख्य मकसद ही छात्र-छात्राओं को न्यूनतम शुल्क पर रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध करना रहा है और कॉलेज अपने इस वायदे पर आज भी कायम है। उक्त बात कॉलेज के सलाहकार के.के.पांडे ने आज यहां कॉलेज सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कॉलेज में अध्यनरत 652 छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य को लेकर कॉलेज द्वारा कई सकारात्मक पहल की गयी है। इसी के तहत कॉलेज द्वारा विभिन्न कम्पनियों के साथ 20 एमओयू के तहत करार किया गया है।
श्री पांडेय ने कहा कि कंपनियों के किया गया करार कालेज के छात्र- छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उद्योगिकरण की मांग को देखते हुये कॉलेज अपने छात्र-छात्राओं को अति आधुनिकतम तकनीकी शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। इसी के चलते कॉलेज द्वारा अपने छात्र-छात्राओं को निःशुल्क डिजीटल मार्किटंग की शिक्षा अमृता फाउन्डेशन के सहयोग से उपलब्ध करायी गयी। इसी तरह छात्रों के उन्नयन के लिये कॉलेज द्वारा दस सप्ताह का रोजगारपरकता लाइव प्रोजेक्ट फाउन्डेशन विश्वविद्यालय आस्ट्रेलिया के सहयोग से संचालित किया जा रहा है ताकि कॉलेज के छात्र-छात्राये रोजगार योग्यता के लक्ष्य में दक्षता हासिल कर सके। श्री पांडे ने बताया कि छात्रों के विकास के इसी क्रम में कॉलेज द्वारा 3 जून से 8 जून तक फैकल्टी डेवलेपमैंट कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिस में तमाम राज्यों के विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं प्राध्यापक अपने ऑनलाइन/ऑफ लाइन कार्यक्रम रखेंगे। कॉलेज की विकास यात्रा पर अपने विचार रखते हुये कॉलेज के सलाहकार के.के.पांडे ने कहा कि सन् 2008 में मात्र पांच छात्रों के साथ नारायण पाल द्वारा कॉलेज की शुरूआत की गयी जो छात्र संख्या आज बढ़ते हुये 652 पहुच गयी है। उन्होंने कहा कि शुरूआत में कॉलेज बी बी ए, बी सी ए के पाठयक्रम संचालित किये गये लेकिन आज बायोटैक, बी.एड, होटल मैनेजमेंट, बी कॉम ऑनर्स जैसे तमाम रोजगारपरक कार्यक्रम कॉलेज द्वारा संचालित किये जा रहे है। इसके अलावा एम.बी.ए की पढ़ाई पत्राचार के माध्यम से कराये जाने को लेकर कॉलेज ने सैम्बोसिस कॉलेज पुणे से एमओयू करार किया है। जिसका बकायदा आज विधिवत शुभारम्भ हो गया है। पत्रकार वार्ता में सुबोध चटोपध्याय व संदीप लोहनी भी उपस्थित थे।