देहरादून। पर्यटन नगरी नैनीताल को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार ने विभिन्न स्थानों पर पार्किंग सुविधा देने का निर्णय लिया है। इस क्रम में गृह विभाग से शत्रु संपत्ति को हस्तांतरित करने का अनुरोध राज्य सरकार ने किया है। इसी तरह रक्षा विभाग से भी नैनीताल में स्थित तीन एकड़ जमीन राज्य सरकार को आवंटिट करने की मांग की गयी है। राज्य सरकार का मानना है कि इस कवायद से बहुत हद तक शहर को जाम मुक्त किया जा सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की और उन्हें दोबारा रक्षा मंत्रालय का दायित्व मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से पर्यटन नगरी, नैनीताल में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों/श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पार्किंग सुविधाओं के विकास के लिए नैनीताल स्थित रक्षा सम्पदा विभाग की भूमि को राज्य सरकार को उपलब्ध कराने पर सहमति प्रदान करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में नैनीताल विश्व में पर्यटन ही नहीं वरन धार्मिक/आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो गया है। जनपद नैनीताल में विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करौरी महाराज का आश्रम श्री कैंची धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक बढ़ोतरी हो रही है। कैंची धाम में दर्शन करने वाले श्रद्धालु नैनीताल अथवा नैनीताल के समीपवर्ती क्षेत्रों में ही रूकते है। नैनीताल में पार्किंग व्यवस्था के काफी सीमा तक समाधान के लिए मुख्य रूप से यह विकल्प संज्ञान में लाया गया कि नैनीताल नगर में नैनी झील से दो किमी की दूरी पर रक्षा सम्पदा विभाग की भूमि है, जिसका क्षेत्रफल तीन एकड़ है। यदि इस भूमि को पार्किंग के लिए उपलब्ध करा दिया जाता है तो नैनीताल में एक सीमा तक पार्किंग व्यवस्था की समस्या का समाधान हो जायेगा। इस स्थल को यदि बहुमंजिला पार्किंग के रूप में विकसित किया जाता है तो इसमें लगभग 1500-2000 तक वाहन पार्क हो पायेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री धामी को यथा संभव सहयोग किए जाने के प्रति आश्वस्त किया।
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