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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सभी अफसरों को अपने-अपने स्तर पर जनसमस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए है। उन्होंने जिलाधिकारियों को हर दिन कम से कम एक घंटे तक जनता से मिलने और उनकी समस्याओं का निस्तारण करने को कहा है। उन्होंने यह भी साफ किया है कि जिस स्तर की समस्या होती है, उसी स्तर पर उनका निस्तारण भी होना चाहिए। ऐसा नहीं करने वाले अधिकारी चिह्नित होंगे और दंडित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में जान समस्याएं सुनी। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जन समस्याओं के जल्द निराकरण के लिए समस्या या शिकायत जिस विभाग से संबंधित है, शीध्र संबंधित विभाग को भेजकर उस पर की गई कार्रवाही की भी जानकारी ली जाय। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिस समस्या का समाधान थाना, तहसील एवं जिला स्तर पर हो सकता है, वे समस्याएं अनावश्यक रूप से शासन में न आएं। इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष लोगों के स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, आर्थिक सहायता, विद्युत, जमीन से संबंधित मामलों एवं अन्य समस्याएं रखी। मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को शीध्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे नियमित तहसील दिवस और बीडीसी की बैठकों का आयोजन करवाएं। गौरतलब है कि उत्तराखंड में पिछले कुछ वर्षों में मख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव के साथ ही सचिवों के कार्यालयों में जनसमस्याओं को लेकर आम जनता की भीड़ बढ़ने लगी है। अधिकांश समस्याएं ऐसी है, जिनका समाधान जिला स्तर पर ही किया जा सकता है। सीएम का मानना है कि जिला या ब्लॉक स्तर पर समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है, इस कारण राज्य स्तर के कार्यालयों में फरियादियों की भीड़ बढ़ रही है।

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