मई माह में टूटा 20 सालों का रिकार्ड, अभी नहीं मिलेगी भीषण गर्मी से निजात
हल्द्वानी: प्रचंड गर्मी का रुख लगातार बढ़ रहा है। सूरज की तपिश में चिलचिलाती धूप ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। मई के अंतिम सप्ताह में गर्मी पूरी उफान पर है। गर्मी बढ़ने के कारण लोगों को बीमारी का शिकार होना पड़ रहा है। शुक्रवार को गर्मी ने 43.6 डिग्री पारा भी पार कर दिया है। ऐसे समय में लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है। बाजारो में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोगों में बढ़ती गर्मी के कारण परेशानी के साथ-साथ अब बीमारी के लक्षण भी पाए जाने लगे हैं। क्योकि बढ़ती गर्मी डी-हाइड्रेशन का शिकार कर रही है। मई के महीने में अब तक का रिकॉर्ड टूट चुका है। पारा 43.6 के पार पहुंचने पर मई के महीने में यह अब तक का सबसे अधिक पारा है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि अभी गर्मी का प्रकोप 9 से 10 दिन और बढ़ेगा। कृषि मौसम विज्ञान पंतनगर के प्रोफेसर डॉ आर के सिंह ने बताया कि शुक्रवार को तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस नोट किया गया है। उनका कहना था कि इस बार जनवरी फ़रवरी माह में बारिश न होने की वजह से भीषण गर्मी पड़ रही है, जमीन पूरी तरह सुखी हुई है, अभी राहत के संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में गर्मी से तभी निजात मिलेगी। जब मानसून नजदीक आएगा। इस बार जून और जुलाई जैसी गर्मी मई के महीने में देखने को मिल ही है। इसलिए ग्लोबल वार्मिंग का सिस्टम ठीक नहीं चल रहा है। इसलिए गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। गर्मी का प्रकोप तभी कम होगा। जब यह सिस्टम पूरी तरह से सही होगा।
टूटा 20 वर्षों का रिकॉर्ड
मई के महीने में पिछले एक सप्ताह से लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है। अब तक मई के महीने में 43.6 डिग्री सेल्सियस के पार तापमान हो गया है। पिछले 20 वर्षों का गमी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। ऐसे में लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं। कूलर और एसी का भी सहारा ले रहे हैं, लेकिन गर्मी से बचाव नहीं हो रहा है। इसलिए बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
गर्मी के कारण बढ़ रहा प्रदूषण
महानगर हल्द्वानी में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को सांस लेने में अब दिक्कतें होने लगी है। अमूमन गर्मी बढ़ने के कारण प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है। जबकि एक्यूआई हल्द्वानी में 250 दर्ज किया गया।