श्रीनगर। देवप्रयाग थाना क्षेत्रांतर्गत नरेंद्र नगर ब्लॉक की क्वीली पट्टी के गोदाण गांव में आग बुझाते हुए झुलसी महिला ने प्रदेश के ध्वस्त स्वास्थ्य सिस्टम के चलते अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया। बुरी तरह झुलसी महिला को एम्स पहुंचाने के लिए चार एंबुलेंस बदली गई। इनमें भी एक 108 समेत दो एंबुलेंस बीच रास्ते में खराब हो गई। जबकि अन्य 108-एंबुलेंस के स्टाफ ने घायल महिला को कौड़ियाला क्षेत्र में उतारते हुए अपने क्षेत्र की सीमा से आगे जाने से इनकार कर दिया। आखिरकार, चौथी एंबुलेंस से महिला को एम्स पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। गोदाण गांव निवासी 21 वर्षीय पूजा देवी अपने घर के निकट आग बुझाते हुए बुरी तरह जल गई थी। परिजन व ग्रामीण उसे सीएचसी बागी लेकर पहुंचे। वहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से झुलसे होने के कारण उसे एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर कर दिया गया। मगर, एम्स पहुंचने तक विवाहिता पूजा की मृत्यु हो गई। थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने इसकी जानकारी दी। पूजा के मायके कुर्न की प्रधान पुष्पा रावत के अनुसार, पूजा को ऋषिकेश एम्स पहुंचने में एंबुलेंसों के कारण काफी देरी हुई। सीएचसी बागी से उसे जिस एंबुलेंस में ले जाया गया, वह रास्ते में खराब हो गई। इस पर 108 एंबुलेंस से उसे आगे ले जाया गया, लेकिन वह भी साकनीधार में खराब हो गई। इसके बाद ऋषिकेश से श्रीनगर आ रही पौड़ी जिले की 108 एंबुलेंस में घायल को शिफ्ट किया गया। बताया गया कि इस एंबुलेंस का स्टाफ उसे कौड़ियाला तक ही ले गया और अपना कार्य क्षेत्र वहीं तक होेने की बात कहकर आगे ले जाने से इनकार कर दिया। कौड़ियाला से एक अन्य एंबुलेंस की व्यवस्था कर पूजा को एम्स पहुंचाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और उसने दम तोड़ दिया। पूजा का दो वर्ष पूर्व ही अरविंद से विवाह हुआ था, जो मालद्वीप में कार्यरत है।