हल्द्वानी। राज्य के नौनिहालों के कन्धों पर से भारी-भरकम बस्ते का बोझ हल्का होने जा रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा इसको लेकर की गयी मशक्कत के बाद सरकार को सौपे गये सुझावों को राज्य सरकार ने मंजूरी देते हुये नये मानकतय कर इसे लागू करने के आदेश किये है। यहां बता दें कि बच्चों के कन्धे से भारी-भरकम बस्ते के बोझ को कम करने को लेकर लम्बे समय से मशक्कत चल रही थी, इतना ही नहीं बस्ते के भारी-भरकम बोझ से बच्चों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा था। जिसके बाद छात्र की आयु और उसके वजन के अनुसार बस्ते का भार तय करने का निर्णय लिया गया। सरकार ने शिक्षा विभाग के वजन में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद इसे लागू करने के आदेश भी जारी कर दिये है। नये मानकों के अनुरूप बेसिक से माध्यमिक स्तर तक बस्ते का वजन 1.6 किलो से लेकर अधिकतम पांच किलों तक हो सकता है। सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के 23 लाख छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। दूसरी तरफ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के अनुसार सरकार महीने में एक दिन बस्तारहित पढ़ाई की व्यवस्था को पहले ही लागू कर चुकी है।
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