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हल्द्वानी: सेंट थेरसा चर्च इंजार्ज फादर ग्रेगरी मस्करेनस ने कहा कि गलत सूचना के आधार पर गौ रक्षक सेवकों द्वारा गत रविवार 28 अप्रैल को सेंट थेरसा चर्च के धार्मिक स्थल की छवि को न केवल धूमिल करने का प्रयास किया गया बल्कि भ्रामक अफवाह फैला कर चर्च की गरिमा को बदनाम करने का भी प्रयास किया गया जो कि निंदनीय है। फादर ग्रेगरी मस्करेनस आज बहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहां कि आरम्भ से ही सेंट थेरसा चर्च की छवि एक धार्मिक स्थल के रूप में आस्था परक व सम्माननीय रही है। उन्होंने कहा कि गत रविवार 28 अप्रैल को गौ रक्षक सेवकों द्वारा प्राप्त गलत सूचना के आधार पर चर्च के रविवारीय सप्ताहिक प्रार्थना सभा के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों से चर्च की जांच पड़ताल करायी गयी। जिसके तर्क निराधार तथा अफवाह मात्र है। चर्च इंजार्च ने कहा कि इस मामले में किसी अंदर के ही आदमी का हाथ भी हो सकता है जिसने उस दिन गलत सूचना देकर पूरा भ्रम फैलाया उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उन से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है। क्यो कि इस तरह की घटनाये शहर के शांत माहौल मे खलल पैदा कर सकती है। इसलिय अफवाह फैलाने वाले तत्वों से सख्ती से निपटना होगा। फादर ने कहा कि मीडिया में भी बिना किसी ठोस आधार के इस मामले को छापा गया। प्रेस तथा मीडिया द्वारा धर्म विशेष के प्रति इस तरह का व्यवहार और किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुचाना अति निंदनीय है। सेंट थेरसा चर्च इंचार्ज ने कहा कि चर्च इस अफवाह का खंडन करता है। और इसका पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि वे आशा करते है कि भविष्य में किसी भी धर्म की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं किया जायेगा।

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