हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (यूटा) अब राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों के संगठन नेशनल फैडरेशन ऑफ़ यूनीवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (आइफूक्टो) का सदस्य बन गया है। दिल्ली में हुई आइफूस्टो की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यूटा अध्यक्ष डॉ भूपेन सिंह ने विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर हिस्सेदारी की। इस मौक़े पर राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो केशब भट्टाचार्य ने बैठक में यूटा को आइफूक्टो का हिस्सा बनाने की घोषणा की। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यूटा अध्यक्ष डॉ भूपेन सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के शिक्षक भी राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा की बेहतरी के लिए अपनी भूमिका निभाएंगे। डॉ भूपेन ने बताया कि आइफूस्टो से देशभर के सार्वजनिक विश्वविद्यालयों, सरकारी और एडेड महाविद्यालयों के शिक्षक संघ जुड़े हैं। राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों का ये सबसे बड़ा महासंघ है। फिलहाल आइफूक्टो मुख्य रूप से शिक्षकों की पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, सभी रिक्त पड़े पदों को भरने, एडहॉक और संविदा पर रखे शिक्षकों को नियमित करने और शिक्षा पर राष्ट्रीय बजट का दस फीसदी हिस्सा ख़र्च करने की मांग उठा रहा है। आइफूक्टो की बैठक में यूटा अध्यक्ष डॉ भूपेन सिंह ने राष्ट्रीय कार्यकरिणी को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय और राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रही गतिविधियों और शिक्षकों की समस्याओं से अवगत कराया। मीटिंग से लौटने के बाद डॉ भूपेन ने बताया कि आइफूक्टो से जुड़ने के बाद यूटा अब राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों के व्यापक समुदाय का हिस्सा बन गया है। जल्द ही यूटा राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षक संघों से संपर्क कर उन्हें भी आइफूक्टो से जोड़ने का अभियान चलाएगा।
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