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देहरादून: योग गुरू और पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक स्वामी रामदेव एक बार फिर अपने विवादास्पद बयान के चलते सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने अपनी कंपनी के शरबत का प्रचार करते हुए दूसरी कंपनी के उत्पाद पर टिप्पणी की, जो साम्प्रदायिक रंग लेती दिखी। इस बयान को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में रामदेव कहते नजर आ रहे हैं कि अगर लोग दूसरी कंपनी का शरबत खरीदते हैं, तो उससे मस्जिद और मदरसे बनेंगे, जबकि उनकी कंपनी का शरबत खरीदने से गुरुकुल और आचार्यकुलम बनेंगे। उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है और कई राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों ने इसे नफरत फैलाने वाला बताया है।
इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए रामदेव को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, “जो व्यक्ति अध्यात्म और संतता की बात करता है, वह केवल शरबत बेचने के लिए इस तरह की भाषा कैसे इस्तेमाल कर सकता है? यह निंदनीय है।”
उन्होंने आगे कहा, “रामदेव बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं। अपने उत्पाद बेचने के लिए अगर किसी को नीचा दिखाना पड़े, तो यह उनके संत और योग गुरु होने पर सवाल खड़ा करता है। वह समाज में साम्प्रदायिक जहर घोलने का काम कर रहे हैं।”
माहरा ने याद दिलाया कि रामदेव के कई उत्पाद पहले भी सरकारों द्वारा बैन किए गए हैं और वे समय-समय पर विवादों में घिरते रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह वक्त है जब रामदेव को आत्मचिंतन करना चाहिए।
इस पूरे मामले पर बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया जानने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनके मीडिया सलाहकार एस.के. तिजारावाला ने कॉल का कोई जवाब नहीं दिया। यदि रामदेव की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आती है, तो खबर को अपडेट अवश्य किया जाएगा।

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