ख़बर शेयर करें -

अधिकारी व उनकी पत्नी के बीच था वैवाहिक विवाद

आरोपी ने किए 8 फायर, दो गोली दामाद को लगी

चंडीगढ़। पंजाब पुलिस के निलंबित एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू ने सेक्टर 43 जिला अदालत के मध्यस्थता केंद्र में शनिवार दोपहर इंडियन सिविल अकाउंट सर्विस (आईसीएएस) अधिकारी अपने दामाद को गोली मार दी। दामाद की छाती में दो गोली लगी और वह गैलरी में लहुलुहान हालत में तड़पता रहा। लोगों ने उसे प्राइवेट साड़ी से पीजीआई पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत पोषित कर दिया। मृतक की पहचान मोहाली के सेक्टर-88 स्थित पंचम सोसाइटी निवासी हरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। मृतक दिल्ली में कृषि मंत्रालय में लेखा नियंत्रक के पद पर तैनात था। पूछताछ में सिद्ध ने बताया कि दामाद ने गाली दी थी इसलिए उसने पिस्टल निकालकर उसको गोली मारी है। प्राथमिक जांच में पता चला कि मलविंदर ने आठ गोलियां चलाई थी। इनमें से दो गोलियां दामाद को लगी। एक गोली खिड़की के शीशे पर, एक टेबल और चार गोली जमीन पर गिर गई थी। सेक्टर-36 थाना पुलिस ने पिस्टल ज़ब्त कर मलविंदर के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
मोहाली फेज 4 निवासी पंजाब पुलिस के निलंबित एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू की बेटी डॉ अमनजोत कौर की शादी 19 जुलाई, 2020 को आईसीएएस अधिकारी के साथ हुई थी। दिसम्बर, 2020 से अमनमोल और हरप्रीत के बीच विवाद होने लगा। अमनजोत ने पति और उसके परिजनों पर दहेज समेत अन्य धाराओं के तहत मोहाली में मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। दोनों पक्षों का जिला मोहाली में एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। दोनों पक्षों के बीच 2023 से तलाक की कार्यवाही चल रही है। तलाक के केस को चंडीगढ़ जिला अदालत के मोडिएशन सेंटर में भेजा गया था। दोनों पक्षों को शनिवार को समझौते पर साइन करने के लिए बुलाया गया था। करीब डेढ़ बजे मलमिविंदर मध्यस्थता केंद्र पहुंचे और कागजात पर साइन करने से पहले बाथरूम जाने लगे। उनके पीछे उनका दामाद हरजीत भी चला गया। पूछताछ में मलविंदर ने बताया कि दामाद ने उन्हें गाली देकर देख लेने की बात कही थी। इसके बाद पिस्टल निकालकर एक के बाद एक आठ गोलियां चला दी। गोली चलने की आवाज से स्टाफ़ अंदर कमरों में छिप गया। हरप्रीत जमीन पर लहुलुहान हालत में गिर गया। उसके माता पिता बेटे को अस्पताल पहुंचाने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन कोई आगे नहीं आया। इसके बाद कोर्ट स्टाफ़ के लोग आगे आए और हरप्रीत को अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोर्ट कर्मचारियों में मलविंदर को एक कमरे में बंद कर दिया। गोली चलने की सूचना मिलते ही सेशन ज़ज और सीजेएम मौके पर पहुचे। इसके बाद डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव, एसएसपी, एसपी मौके पर आए।

Advertisement
Ad Ad Ad Ad Ad Ad
यह भी पढ़ें 👉  विवाह-तलाक का अब यहां होगा पंजीकरण

Comments

You cannot copy content of this page