पूर्व सीएम को इस दौरान स्वर्ण मंदिर में करनी होगी साफ सफाई
माना-राम रहीम को माफी दिलाने में रही भूमिका
अमृतसर: सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को साल 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का पक्ष लेने के लिए गुरुद्वारे में रसोई और वॉशरूम की सफाई की सजा सुनाई है। सुखबीर बादल और साल 2015 में उनके कैबिनेट के सदस्य रहे अकाली दल के नेता 3 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से एक बजे तक स्वर्ण मंदिर में शौचालय साफ करेंगे। इसके बाद स्नान करेंगे और लंगर चलाएंगे। एक घंटा बर्तन साफ करेंगे और एक घंटा गुरबाणी सुनेंगे। साथ ही जूते साफ करने की भी उनको सजा सुनाई गई है। उनके गले में तख्ती डाली जाएगी। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की ओर से बुलाई गई पांच सिंह साहिबानों की बैठक के बाद यह धार्मिक सजा सुनाई गई है।
यह है पूरा मामला
2007 में गुरमीत राम रहीम का सिखों के गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी की तरह वेशभूषा पहनकर लोगों को अमृत चखाने का प्रयास किया था। इस मामले में राम रहीम के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया, लेकिन अकाली सरकार ने राम रहीम के खिलाफ केस वापस ले लिए। अकाल तख्त ने राम रहीम की सजा माफ करने के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को दी गई फकर-ए-कौम की उपाधि भी वापस ले ली। इससे पहले 30 अगस्त को सुखबीर को अकाल तख्त द्वारा ‘तनखैया’ घोषित किया गया था।