

2 से 4 अक्टूबर तक चलेगा तीन दिवसीय दिव्य आयोजन, कलश यात्रा से होगा शुभारंभ
हल्द्वानी। श्री बालाजी मंदिर समिति, रूपनगर की ओर से मां ललिता देवी को समर्पित श्री यंत्र की स्थापना 10 महाविद्याओं के साथ की जा रही है। यह आयोजन 2 से 4 अक्टूबर तक चलेगा। इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम की जानकारी समिति के व्यवस्थापक महंत पुरनचंद पाठक ने एक प्रेस वार्ता में दी।
महंत पुरनचंद पाठक ने बताया कि यह पहला अवसर है जब उत्तराखंड में श्री यंत्र की स्थापना 10 महाविद्याओं के साथ की जा रही है। यह यंत्र लगभग 5 किलोमीटर की परिधि में सुख, समृद्धि और शांति का विस्तार करेगा। श्री यंत्र को देवी ललिता की ऊर्जा का केंद्र माना जाता है, और 10 महाविद्याएं इसकी शक्ति को और अधिक प्रभावशाली बनाती हैं। यह एक दुर्लभ और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अवसर है, जो क्षेत्रवासियों के लिए सौभाग्य का विषय है। कलश यात्रा में भाग लेने हेतु महिलाएं और बहनें अपना नाम दर्ज करवा सकती हैं।
और निशुल्क आई कार्ड प्राप्त कर सकती है। कार्यक्रम के सह संयोजक वाराश शर्मा ने भी आयोजन की विशेषताओं पर प्रकाश डाला और श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की। इस धार्मिक कार्यक्रम में यजमान बनने हेतु 9837623623 नंबर पर सम्पर्क कर सकते हैं।
तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा
2 अक्टूबर (प्रथम दिवस):
प्रातः 10:00 बजे श्री शिव मंदिर, मुखानी से कलश यात्रा प्रारंभ होगी, जो श्री बालाजी मंदिर, रूपनगर पहुंचकर संपन्न होगी। इसके पश्चात गणेश पूजन और प्रारंभिक अनुष्ठान किए जाएंगे।
3 अक्टूबर (द्वितीय दिवस):
इस दिन श्री यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा का पूजन विधिवत रूप से संपन्न होगा।
4 अक्टूबर (तृतीय दिवस):
श्री यंत्र एवं 10 महाविद्याओं की स्थापना का महापूजन किया जाएगा। कार्यक्रम के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है, जिसमें श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे।






