राजधानी दून में प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी का जोरदार प्रदर्शन
देहरादून। राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म, अत्याचार एवं उत्पीड़न के विरोध में प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी ने विरोध स्वरूप काले कपड़े पहनकर राजधानी में जोरदार नारेबाजी के बीच रैली निकालकर मुख्यमंत्री आवास कूच किया लेकिन पुलिस ने हाथीबड़कला के पास बैरीकैडिंग लगाकर सभी को रोक लिया। यहां प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में इकटठा हुए और वहां से प्रदेशभर में महिलाओं के साथ हो रही दुष्कर्म की घटनाओं, महिला उत्पीड़न व अत्याचार की घटनाओं को लेकर सैकडों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के करते हुए मुख्यमंत्री आवास कूच किया और पुलिस ने हाथीबड़कला के पास बैरीकैडिंग लगाकर सभी को रोक लिया और इस दौरान रोके जाने पर प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक एवं धक्का मुक्की हुई और कई प्रदर्शनकारीे बैरीकैडिंग पर चढ़़ गये तथा बाद में सभी वहीं धरने पर बैठ गये। इस दौरान जमकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस अवसर पर इससे पूर्व कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि लगातार महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न एवं अत्याचार की घटनायें बढ़ रही है
और दूसरी ओर इन घटनाओं में भाजपा के ही नेता शामिल है लेकिन उन पर ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई भीवत्स एवं घृणित घटना पर खामोशी अख्तियार किये बैठे रहे वहीं प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिह धामी उत्तराखण्ड प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म और हत्या की घटनाओं पर अंकुश लगाने मे पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड में अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद एक के बाद एक घट रही दुष्कर्म व हत्या की घटनाओं में सत्ताधारी दल के नेताओं की संलिप्तता के चलते सरकार के दबाव मे पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है और इसका नतीजा यह है कि आज प्रदेश में महिलाएं अपने को सबसे ज्यादा असुरक्षित महसूस कर रही हैं। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि लगातार घट रही महिला अत्याचार की घटनाओं के कारण राज्य पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है तथा जाहिर होता है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड, हेमा नेगी, पिंकी हत्याकांड, चम्पावत में नाबालिग से दुष्कर्म, मंगलौर में सामूहिक दुष्कर्म सहित कई घटनायें शामिल है और सभी में भाजपा के नेताओं की संलिप्तता है। इस अवसर पर महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि आये दिन महिलाओं से दुष्कर्म, हत्या, उत्पीडन व अत्याचार की घटनायें घट रही है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर गढवाल में युवती से दुष्कर्म का प्रयास, द्वाराहाट में नाबालिग दलित युवती से दुष्कर्म, देहरादून में महिला को बंधक बनाकर दुष्कर्म, बहादराबाद में 13 साल की मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म के उपरान्त हत्या, रूद्रपुर में नर्स की बलात्कार के बाद हत्या, आईएसबीटी में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनायें मानवता को शर्मशार करने वाली तथा देवभूमि की अस्मिात को कलंकित करने वाली घटनायें हैं। उन्होंने कहा कि रूद्रपुर में महिला नर्स की बलात्कार के बाद नशृंस हत्या तथा देहरादून के आइएसबीटी में पंजाब से आई युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी रोज घट रही घटनाओं से भाजपा सरकार का बेटी पढाओ-बेटी बचाओ का नारा जुमला साबित हो गया है। इस अवसर पर प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि हिमालयी राज्यों मे उत्तराखण्ड राज्य का महिला अपराध मे प्रथम स्थान है। उन्होंने कहा कि जिस राज्य की स्थापना में मातृशक्ति का अभूतपूर्व योगदान रहा हो उस राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार की घटनाओं से आज पूरा समाज कलंकित हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से जनता का विश्वास खो चुकी है और बाद में सभी को गिरफ्तार कर लिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आवास कूच करने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रवक्ता सुनीता प्रकाश, राधा आर्या सहित सैकडों कांग्रेसी शामिल रहे।