बोले जिला प्रशासन आपदा को लेकर गंभीर नहीं
हल्द्वानी। गौला नदी द्वारा हल्द्वानी के काठगोदाम स्थित ठोकर के पास मचाई गयी तबाही का आज हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने स्थलीय निरीक्षण किया व हुए नुकसान के बारे में जानकारी हासिल की। इस दौरान उन्होने तहसीलदार को प्रभावितों को तत्काल प्रभाव से 5 हजार का मुआवजा दिये जाने के निर्देश दिये। यहां बता दे कि गौला नदी के उफान पर आने से हल्द्वानी के काठगोदाम स्थित ठोकर के पास दो मकान गौला में समा गए। गौला द्वारा लगातार किये जा रहे भू कटाव के चलते उक्त मकान नदी के तेज बहाव की भेंट चढ़ गये थें, इसके अलावा क्षेत्र के कई अन्य मकान भी खतरे की जद में हैं। जिसे देखते हुए इन घरो में रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि आपदा में सरकार द्वारा दिए जाने वाली मदद काफी कम है। उन्होने ने कहा कि पूर्व में भी काठगोदाम क्षेत्र में आपदा आई थी, जिसमें उनके द्वारा भी व्यक्तिगत तौर पर मदद की गई थीे, उन्होने कहा कि जिला प्रशासन आपदा को लेकर गंभीर नहीं है, ऐसे में प्रभावितों की मदद कैसे होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद किए जाने की अपील की। इसी के साथ उन्होंने जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा यदि प्रशासन आपदा को लेकर गंभीर होता तो उसकी तैयारी पहले से होती। स्टेडियम में हो रहे भू कटाव, गौला पुल के क्षतिग्रस्त होने को लेकर उनका कहना था कि अगर समय से आपदा प्रबंधन का कार्य हो जाता तो काठगोदाम और उसके आसपास आज लोगो का इतना नुकसान नहीं होता।