देहरादून। बदरीनाथ व मंगलौर उपचुनाव में मुह की खाने के बाद इस से सबक लेते हुये अब भाजपा केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कमर कस चुकी है। यह सीट जहां उसकी प्रतिष्ठा से जुड़ी हुयी है वहीं इस सीट की हार-जीत उसके पांच मंत्रियों कें कौशल की भी परीक्षा होगी उन्हें पार्टी ने मोर्चें पर उतारा है। हालांकि अभी उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है लेकिन भाजपा ने इस पर फतेह पाने के लिये अभी से तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा विधायक शैला रानी के निर्धन से खाली हुयी इस सीट पर उसके सामने अपना कब्जा बरकरार रखने की चुनौती है। इसी के चलते भाजपा ने केदारनाथ में प्रभारी व सह प्रभारी प्रवासी कार्यकर्ताओं की तैनाती के साथ ही अपने सरकार के पांच दिग्गज मंत्रियों को भी मोर्चे पर उतार दिया है। भाजपा ने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांच दिग्गज मंत्रियों को भी मोर्चे पर उतार दिया है। भाजपा ने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांच मंडलों में एक एक कैबिनेट मंत्री को जिम्मेदारी दी है। मोर्चे पर उतारे गये मंत्रियों में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को गुप्तकाशी, सतपाल महाराज को उखीमठ, रेखा आर्य को अगस्तुमूनि, सुबोध उनियाल को अगस्तमुनि, ग्रामीण और गणेश जोशी को सतेराखाल मंडल की जिम्मेदारी दी गयी है। मंत्रियों को मोर्चे पर उतारे जाने के पीछे बताया जा रहा है कि पार्टी की मंशा है कि उपचुनाव से पहले अपने पक्ष में माहौल बनाया जाये साथ ही जनसमस्याओं का निराकरण भी सुनिश्चित कराया जाये। अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा के ये पांच दिग्गज मंत्री जनता रूपी समुन्द्र में कितनी गहरायी तक गोता लगाकर पार्टी के लिये मोती रूपी वोट बटोरने में कामयाब रहते है या नहीे।
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