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पूजा नयाल
हल्द्वानी। आरओ का पानी सेहत के लिए क्या वाकई हानिकारक है, इसे पिये या न पिये इसको लेकर डॉक्टरों की राय भी अलग अलग है, लेकिन सभी एक बात एक राय है कि आरओ का फिल्टर वाटर में कोई पौष्टिक तत्व नहीें है। आरओ उपकरण से निकाला गया पानी भी अधिकतर उच्च टीडीएस का होता है जो कि सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता हैं। हाई टीडीएस वाले पानी के सेवन से पाचन तंत्र और न्यूरोलॉजिकल फंक्शन पर असर पड़ सकता है। इसलिए खून की कमी वाले व्यक्ति को एक साथ बहुत सारे आरओ से निकाला गया पानी का सेवन करने से बचना चाहिए। हमारे घरों में अकसर नल से पीने लायक पानी नहीं आता है। इसलिए हम आरओ का इस्तेमाल करते है। मगर यही आरओ का पानी हमें कई बीमारियां भी दे सकता है। इसमें मौजूद फिलटर्स पानी में मिलने वाले कई सारे जरूरी मीनिरल्स को भी हटा देते है। कई सारे हेल्थ विशेषज्ञों का मानना है कि एक लिमिट से ज्यादा आरओ के पानी का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

बीमारियों को न्योता देता है आरओ का पानी

विशेषज्ञों का मानना है कि आरओ का पानी ब्लेड प्रेशर का रोगी बनाता है। दिल के मरीजों को आमतौर
पर इस बात की जानकारी नही होती कि घर में लगे आरओ के जिस पानी का वह सेवन बीमारियों से दूर रहने के नाम पर कर रहे है, वहीं आरओ का पानी उन्हें दिल का रोगी बना रहा है। इसके अलावा इसका पानी आपके शरीर में विटामिन बी12 के लेवल को कम कर सकता है। इससे आपको डिप्रेशन जैसी बीमारियां हो सकती है। आरओ का पानी शरीर में खून के लेवल को कम कर सकता है। इससे आपको धीरे-धीरे कमजोरी और थकान की शिकायत होने लगेगी। आरओ के पानी से पेट में ब्लोटिंग और गैस की शिकायत आ सकती है। इससे आपको भारी-भारी महसूस होगा और थकावट भी जल्दी होगी। कब्ज का कारण भी कई बार आरओ का पानी हो सकता है। प्रेगनेेंसी के समय आरओ का पानी पीने से गंभीर समस्या सामने आ सकती है। इससे कई सारी कॉम्प्लिकेशन आ सकती है। इसका पानी आपके सिर में दर्द की शिकायत पैदा कर सकता है। नजरंदाज करने पर आगे चलकर इससे गंभीर समस्या हो सकती है।

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पानी के पीएच लेवल को बना देता है एसिडिक

आज के समय में आरओ का पानी शहरी इलाके के लगभग सभी घरों में इस्तेमाल होता है। दूषित पानी
की समस्या की वजह से हर घर आरओ का पानी इस्तेमाल किया जाता है। आरओ वाटर प्यूरीफायर के पानी को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की बाते कही जा रही है। तमाम सोशल मीडिया पोस्ट यह दावा करते है कि आरओ का पानी सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। वहीं कई सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी कहा जाता है कि आरओ का पानी सेहत के लिए बिलकुल सुरक्षित है।
आरओ यानी रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम से फिल्टर किया गया पानी सेहत के लिए वाकई नुकसानदायक है या नहीं इसको लेकर हमारे संवावदाता ने विशेषज्ञों से बात की।

न फायदा ,न कोई नुकसान

आरओ सिस्टम से फिल्टर किये गए पानी को लेेकर तमाम तरह की डिबेट चलती है। मेडिकल जर्नल पर
प्रकाशित एक शोध में यह कहा गया है कि आरओ सिस्टम से फिल्टर हुए पानी में मिनरल्स और अन्य जरूरी तत्व खत्म हो जाते है। इसके अलावा अगर आप समय पर अपने आरओ सिस्टम की सही साफ-सफाई नहीं करते है तो इसकी वजह से पानी के दूषित होने का खतरा भी बना रहता है।

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मिनिरल्स की कमी करें डाइट से पूरी

आरओ के पानी में अक्सर कैल्सियम, मैग्नीशियम व फ्लोरिन की कमी हो जाती है। लेकिन इसके बाद भी आरओ का पानी ही बेहतर है। जो कमियां है उनको अपनी डाइट को बेहतर कर पूरा किया जा सकता है। पौष्टिक भोजन करें और जो कमियां पानी में रह जाती है। उसको पूरा कर लें, लेकिन पिये फिल्टर वाटर ही। वहीं सेवन के लिए बेहतर रहेगा।
डॉ. पूजा, महिला रोग विशेषज्ञ

टीडीएस लेवल हो 70 से 150

हल्द्वानी में तो पानी आरओ का या फिल्टर करके ही यूज करना चाहिए। लेकिन लंबे समय तक बोतलबंद आरओ का पानी पीना हानिकारक हो सकता है। सामान्य आरओ का पानी पीने से शरीर को ना कोई फायदा मिलता है और ना ही कोई नुकसान। आरओ से पानी फिल्टर करते समय टीडीएस लेवल 70 से 150 के बीच होना ज्यादा सुरक्षित होता है।
डॉ. नीलाम्बर भट्ट, सीनियर फिजिशियन

खुले रखने चाहिए विकल्प

आरओ या फिल्टर पानी को लेकर हमेशा विकल्प खुला रखना चाहिए। जहां लगे कि भूगर्भ जल अधिक दूषित है, वहां फिल्टर पानी यूज करें और जहां लगे कि सामान्य है, वहां आरओ से परहेज बरता जाए।
डॉ. आर.एस कैडिया, वरिष्ठ फिजिशियन

स्वच्छ पानी पिये और सेहत के प्रति रहे सजग

भारत में रहने वालों को तो में मिनिरल्स वाटर यानी आरओ का पानी पीने की ही सलाह दूँगा। हाँ यदि आप पहाड़ी क्षेत्र में है तो वहाँ अच्छी सेहत के लिए श्रोत का पानी पीना सबसे ज्यादा लाभदायक है। जैसे-जैसे य़ह पानी मैदानी क्षेत्रों की और बढ़ता है वैसे वैसे पानी की गुणवत्ता कम होती चली जाती है। इसलिए विशेषज्ञ आरओ का पीने की सलाह देते है। खुद गवर्नमेंट ने आरओ को अप्रूवल दी है।
डॉ. सिद्धार्थ पांडेय, युरोलॉजिस्टि

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