हल्द्वानी: पति ने अपने ही दो नाबालिक बच्चों को सामने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वह आधी रात को अपनी दोनों नाबालिग बेटियों को लेकर फरार हो गया। घटना का खुलासा एक दिन बाद तब हुआ, जब मकान मालिक कमरे की रंगाई-पुताई कराने पहुंचा। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए मॉर्चरी भेज दिया है।
मूलरूप से रुद्रपुर का रहने वाला सौरभ पुत्र सोनू ने करीब आठ साल पहले आस्था उर्फ आस्थाना से प्रेम विवाह किया था। दोनों मजदूरी का कार्य करते थे और बीती 29 फरवरी दोनों बेटियां अलीशा (5 वर्ष) और इबरा (3 वर्ष) के साथ नीलांचल कालोनी फेज 5 स्थित शिवाजी कालोनी हल्द्वानी में गंगा राम मौर्या के मकान में किराए पर रह रहे थे। तीन किराएदारों वाले इस घर में सौरभ ऊपरी मंजिल पर रहता था, जहां दो और किराएदार पड़ोसी रहते थे। मकान मालिक गंगा की मानें तो दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। सौरभ कई-कई दिन बाद लौट कर घर आता था। बीती 8 अप्रैल की रात करीब 12 बजे सौरभ घर आया। वह नशे में था और आधी रात पति-पत्नी के बीच जमकर विवाद हुआ था। दोनों बच्चे वहीं मौजूद थे। सुबह करीब चार बजे सौरभ ने कमरे में बाहर से कुंडी लगाई और दोनों बच्चों को लेकर चला गया। मकान मालिक को लगा घर में कोई नहीं है।
वह वैवाहिक समारोह के लिए घर में अपने नाती पप्पू से पुताई करा रहे हैं। 10 अप्रैल को पुताई के लिए पप्पू ने जब सौरभ के कमरे में बाहर से लगी कुंडी खोली तो उसके होश फाख्ता हो गए। अंदर आस्थाना का शव जमीन पर बिछे बिस्तर पर औंधे मुंह पड़ा था और पूरा बिस्तर खून से सना हुआ था। यह देख वहीं खड़े गंगा चीखते हुए भागे और सूचना पुलिस को दी। कुछ ही देर में कोतवाल उमेश मलिक और टीपीनगर चौकी प्रभारी दीपक बिष्ट मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जब शव को कब्जे में लिया, तब उसकी आंखें और जीभ बाहर निकली हुई थी। माना जा रहा है कि आस्थाना की गला घोंट कर हत्या की गई है। कोतवाल उमेश कुमार मलिक ने बताया मामला संदिग्ध है। शव को पोस्टमार्टम के लिए मॉर्चरी भेज दिया गया है और मृतका का पति फरार है। जिसकी तलाश शुरू कर दी गई है। कोतवाल का कहना था कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा।
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