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40 हजार लोगों को मिलेगा मालिकाना हक, वर्षों की प्रतीक्षा हुई समाप्त, मुख्यमंत्री धामी के निर्देश और विधायक बंशीधर भगत के अथक प्रयासों से क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर

हल्द्वानी। जिस मांग को दमुवाढुंगा के लोग सालों से आवाज़ देते आ रहे थे, वह अब हकीकत बनने के करीब है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देश और कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत के निरंतर प्रयासों के बाद दमुवाढुंगा में 578 एकड़ क्षेत्र का प्रारंभिक डीजीपीएस सर्वे आगामी नवरात्र से शुरू होने जा रहा है।
करीब 40 हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र के निवासियों को अब अपने घर और ज़मीन का मालिकाना हक मिलने की उम्मीद जगी है। यह सर्वे केवल कागज़ी कार्यवाही नहीं, बल्कि एक सुनियोजित और सुव्यवस्थित भविष्य की नींव है। लोगों को लगेगा कि अब प्रशासन सच में उनकी समस्याओं को समझने और हल करने की दिशा में आगे बढ़ा है।
शनिवार को विधायक बंशीधर भगत ने क्षेत्रवासियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ जिलाधिकारी नैनीताल से भेंट की। बैठक के दौरान डीएम ने बताया कि सर्वे कार्य डिफरेंशियल ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम (डीजीपीएस) तकनीक से होगा, जिससे भूमि की सटीक मैपिंग और सीमांकन सुनिश्चित किया जा सकेगा। इस कार्य की जिम्मेदारी उपजिलाधिकारी राहुल शाह को दी गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना को अगले 50 वर्षों की जरूरतों जैसे बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा और सीवरेज को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। यह सर्वे केवल मालिकाना हक ही नहीं, बल्कि क्षेत्र में नियोजित विकास की आधारशिला भी बनेगा।
उन्होंने स्थानीय लोगों से वार्डवार सहयोगी टीमें बनाने की अपील की, ताकि सर्वे कार्य शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक वातावरण में संपन्न हो सके।
नगर निगम के वार्ड संख्या 35, 36, 37 और आंशिक रूप से वार्ड 38 को इस सर्वे में शामिल किया गया है। क्षेत्रीय लोगों की लंबे समय से मांग रही है कि उन्हें भी कानूनी स्वामित्व का अधिकार मिले, ताकि वे विकास योजनाओं से जुड़ सकें और उनकी जमीनें सुरक्षित रहें।
विधायक बंशीधर भगत पिछले काफी समय से इस मुद्दे को लेकर शासन-प्रशासन से लगातार संपर्क में थे। मुख्यमंत्री धामी की संवेदनशीलता और विधायक के जमीनी जुड़ाव ने इस दिशा में राह खोली। अब जब सर्वे की तारीख तय हो गई है, तो लोगों के चेहरे पर उम्मीद और विश्वास की रौशनी दिखाई दे रही है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व पार्षद देवी दयाल उपाध्याय, महेश जोशी, विजय चंद्र ‘पप्पू’ प्रधान, पार्षद प्रतिनिधि हृदयेश कुमार, तनुजा जोशी, अरुण टम्टा, पनराम, नंदलाल, महेशानंद, गणेश टम्टा, हरीश गौरा, मुन्नी बिष्ट सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
लोगों का कहना है कि यह केवल सर्वे नहीं, बल्कि दशकों से थमी उम्मीदों का पुनर्जन्म है। सरकार ने जो वादा किया था, वो अब निभाया जा रहा है।
दमुवाढुंगा के लिए यह सर्वे न केवल कानूनी अधिकारों की दस्तक है, बल्कि एक उज्जवल, सुरक्षित और विकासशील भविष्य की शुरुआत भी है।

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