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हल्द्वानी: सरकार जंगलों को बचाने के लिए भले ही लाख जतन करे, लेकिन हकीकत यह है कि वन्य क्षेत्र धीरे-धीरे लगातार कम होते जा रहे है। उत्तराखण्ड में ही पिछले पांच वर्षों में कई हेक्टेयर जंगल कम हो गया है। पहले जहां जंगली क्षेत्र हुआ करता था, वहां अब नई कॉलोनियां खड़ी हो रही हैं। ऐसे में जंगली जीवों के क्षेत्र में मनुष्य के बढ़ते दखल के कारण वन्य जीव भी शहरी आबादी में दस्तक दे रहे हैं। हालिया घटनाओं ने इसकी पुष्टि भी की है। हल्द्वानी शहर जिस तेजी से तरक्की की राह पर बढ़ रहा है, उस तेजी ने आसपास के जंगलों में रह रहे वन्य जीवों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। कभी जंगल का हिस्सा रहे इलाकों के अंदर तक बन रही कॉलोनियों, लोगों की लगातार होती आवाजाही और गाड़ियों के शोर ने जंगलों के काफी भीतर तक माहौल को अशांत कर रही है। यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में लगातार ऐसा हुआ, जब वन्य जीवों ने हल्द्वानी के शहरी आबादी क्षेत्र या आसपास के इलाकों में घुसपैठ की है।

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कुछ समय पहले हल्द्वानी के कई आबादी वाले क्षेत्रों मे बाघ की सक्रियता देखी जा रही थी, और आज शुक्रवार को हल्द्वानी के नैनीताल रोड़ स्थित एक बड़े शोरूम के बाहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब जंगल से भटककर गोला नदी की ओर से आए एक हिरण सीधे शोरूम के शीशे में टकरा गया। यह पूरा घटनाक्रम शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जैसे ही सोशल मीडिया में य़ह वीडियो वायरल हुआ तो पूरे हल्द्वानी शहर में य़ह चर्चा का विषय बन गया। यह घटना न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह वन्यजीवों और शहरी इलाकों के बीच बढ़ते संपर्क को उजागर कर रही है। विशेष रूप से नैनीताल रोड जैसे व्यस्त क्षेत्र में एक हिरण का यूं अचानक आना और शोरूम शीशे से टकराना एक अनोखी घटना है, जो वन क्षेत्रों के घटते दायरे और कंक्रीट के जंगल में तब्दील हुए इस शहर के प्रभाव को दर्शाती है। वहीं घटना के मद्देनजर वन विभाग और प्रशासन को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित मार्ग और जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता को महसूस किया जा रहा है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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