

देहरादून: उत्तराखंड में उमेश कुमार और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच विवाद की चर्चाएं भले ही फिलहाल शांत हो चुकी हों, लेकिन हरीश रावत ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इस विवाद को राजनीतिक अखाड़े में फिर से उतारने की कोशिश की है। हरीश रावत ने अपने पोस्ट में इस विवाद को लेकर तीखे तंज कसे हैं और भाजपा को भी आड़े हाथों लिया है।
विवाद की शुरुआत 25 और 26 जनवरी को गाली-गलौज और फिर फायरिंग से हुई थी। यह मामला अब मुकदमे और जेल तक जा पहुंचा है। हरिद्वार जिले के खानपुर विधानसभा से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच बढ़ते विवाद ने राजनीतिक रूप भी ले लिया था। दोनों के बीच हुई गोलीबारी ने राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे।
हरीश रावत ने 25 फरवरी को अपने फेसबुक पोस्ट में दोनों नेताओं पर कड़ा हमला करते हुए उन्हें भाजपा का ‘तारणहार’ करार दिया। रावत ने लिखा, “दो अति चर्चित कलाकारों के बीच मां-बहन की गालियों का आदान-प्रदान हुआ, बंदूकें लहराई गईं और देश-दुनिया ने कानून व्यवस्था का मजाक बनते देखा।” रावत ने 2016 के दल-बदल और राष्ट्रपति शासन की घटनाओं को भी याद किया और दावा किया कि दोनों नेताओं ने भाजपा के लिए काम किया है।
रावत ने आरोप लगाया कि एक ने 2016 में दल-बदल कर सरकार गिराने का षड्यंत्र रचा, वहीं दूसरे ने स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए भाजपा सरकार की मदद की। उन्होंने भाजपा द्वारा महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा विजय सिंह के नाम को ‘गिरवी’ रखने और उनकी इज्जत को नष्ट करने का भी जिक्र किया। रावत ने कहा कि भाजपा ने राजा विजय सिंह के नाम को लेकर मंत्री पदों का वितरण किया, लेकिन अब उन्हें लंबी जेल यात्रा दिखाकर सरकार ने उनका ‘आईना’ दिखा दिया।
हरीश रावत के इस पोस्ट पर कई लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ ने न्याय की उम्मीद जताई तो कुछ ने इसे रावत के सिस्टम का परिणाम बताया। सोशल मीडिया पर लोग इस तंज भरे पोस्ट को लेकर जमकर चुटकियां भी ले रहे हैं और राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं।
चैंपियन और उमेश कुमार का विवाद कोर्ट तक पहुंच चुका है। उमेश कुमार को 27 जनवरी को हरिद्वार कोर्ट से जमानत मिल गई थी, जबकि चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रोशनाबाद जेल भेजा गया था। बाद में, 20 फरवरी को चैंपियन की न्यायिक हिरासत को सात दिन और बढ़ा दिया गया।
हरीश रावत ने अपनी पोस्ट में 2016 के घटनाक्रम और हालिया विवाद को जोड़ते हुए भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे राज्य की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है।





