यात्रा दल ने अब तक तय की 1100 किमी की दूरी
हल्द्वानी/घनसाली। अस्कोट-आराकोट के यात्री दल का भिलंगना ब्लॉक के प्राचीन बूढ़ोकेदार धार पहुचने पर स्थानीय लोगों द्वारा यात्रीदल का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान पद यात्रियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किये गये। अब तक यात्री दल 1100 किलोमीटर की पैदल यात्रा पूरी कर चुका है। हर 10 साल में आयोजित होने वाली इस पदयात्रा के 50 साल पूरे होने पर सर्वोदयी कार्यकत्ताओं में खासा उत्साह है। इस दौरान यात्री दल की एक बैठक भी आयोजित की गयी जिस में प्रो. शेखर पाठक ने पद यात्रा के महत्व, अनुभव पर विस्तार से प्रकाश ड़ाला। सर्वोदयी संस्था लोक जीवन विकास भारती में प्रो.शेखर पाठक की अध्यक्षता में यात्री दल की हुई बैठक में उन्होंने बताया कि वर्तमान तक दल ने करीब 1100 किमी तक पैदल यात्रा कर दी है। हर 10 साल में आहूत होने वाली इस पदयात्रा के 50 साल पूरे होने पर सर्वोदयी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। इन पदयात्राओं के अनुभवों के आधार पर अनेक जानकारियां विभिन्न दस्तावेज और साहित्यों के रूप में प्रकाशित किए गए है। डॉ. गिरिजा पांडे और डॉ. अरूण कुकसाल ने बूढ़ाकेदार तक पहुंचे विभिन्न अनुभव साझा किए। वहीं पर्यावरणविद सुरेश भाई ने स्व. बिहारी लाल उनके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। लोक जीवन विकास भारती के मंत्री जयशंकर नगवान ने पद यात्रियों का स्वागत करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किया है। इस मौके पर ज्वालामुखी मंदिर समिति के अध्यक्ष बचल सिंह रावत, पूर्व बीडीसी हिम्मत सिंह रौतेला, जयप्रकाश राणा, पूर्व प्रधान धीरेंद्र प्रसाद नौटियाल, किशोरी लाल नगवान, विमला देवी, बिजोरा देवी, अनीता, अंजू, अव्वल छनवान, बावन सिंह बिष्ट, सतीश बंगरवाल, अनंता नंद, दयाराम, विष्णु, चंद्रवीर नगवान व हल्द्वानी के कैलाश चन्दोला, संजय रावत मौजूद रहे।