देहरादून। प्रदेश के सभी 13 जिलों के प्रभारी सचिव बनाए गये नौकरशाहों को ग्राउंड जीरो यानी अपने-अपने क्षेत्र में जाने, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विकास संबंधी विषयों पर चर्चा करने और ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं के निस्तारण की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि ये सभी जानकारियां सीएम हेल्पलाइन 1905 पर अपलोड की जाए ताकि अफसरों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नेे वीरवार को सचिवालय में सीएम हेल्पलाइन-1905 की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सचिव एवं विभागाध्यक्ष सीएम हेल्पलाइन की नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि शिकायत जिस अधिकारी के स्तर की है, उनका समाधान उनके स्तर पर ही हो जाय। अनावश्यक रूप से शिकायत उच्च स्तर पर न आये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक में इसका भी विवरण दिया जाय कि जनपदों के प्रभारी सचिवों द्वारा जनपदों में विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए कितनी बैठकों का आयोजन किया और किन महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान करवाया। सीएम को यह निर्देश इसलिए देना पड़ा है कि जनपद स्तर की समस्याएं जनता दरबार में आ रही है। इसका मतलब यह है कि न तो जिला स्तर पर और न ही प्रभारी सचिव के स्तर पर समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करने वाले 06 शिकायतकर्ताओं से फोन पर वार्ता भी की। तीन शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का समाधान किया जा चुका था। जिन तीन शिकायतकर्ताओं की समस्या का अभी तक समाधान नहीं हुआ था उसके लिए संबंधित जिले के डीएम को तत्काल कार्यवाही करने को कहा गया। बैठक में निदेशक आईटीडीए नितिका खंडेलवाल ने बताया कि अधिकारियों को मण्डल स्तर पर सीएम हेल्पलाइन 1905 के संचालन और डिजिटल तहसील दिवस के आयोजन के लिए 7 अगस्त से देहरादून और नैनीताल में प्रशिक्षण दिया जायेगा। बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव एल.फैनई, सचिव शैलेश बगोली आदि मौजूद रहे।
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