

खराब मौसम बना जानलेवा, सात की मौत, चारधाम हेली सेवा ठप
रुद्रप्रयाग/केदारनाथ: उत्तराखंड की केदारघाटी एक बार फिर से गवाह बनी है उस खौफनाक मंजर की, जब आसमान से श्रद्धा टूटी और ज़मीन पर मातम पसरा। आज सुबह आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर, जिसमें सवार थे केदारनाथ धाम से लौटते छह ज़िंदगियाँ, एक मासूम भी था उनमें, क्रैश हो गया। पुलिस और युकाडा ने पुष्टि कर दी है कोई नहीं बचा।
हादसा गौरीकुंड से पांच किलोमीटर ऊपर ‘गौरी माई खर्क’ नामक स्थान पर हुआ, जहां जाने के लिए कोई सड़क नहीं सिर्फ पहाड़ी रास्ता, मुश्किल चढ़ाई और अब एक और नाम क्रैश साइट। यह हादसा एक बार फिर हमें याद दिलाता है कि आस्था के रास्ते में मौसम की मार भी उतनी ही सच्चाई है जितनी ‘जय केदार’ की गूंज। हेलीकॉप्टर आज सुबह केदारनाथ से उड़ान भरकर गुप्तकाशी लौट रहा था, लेकिन मौसम की बेरुख़ी ने पायलट को मोड़ने का मौका तक नहीं दिया।
हेलीकॉप्टर में पायलट के अलावा पांच श्रद्धालु और एक बच्चा सवार था। इस दर्दनाक हादसे में बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी विक्रम रावत की भी जान चली गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर शोक जताते हुए कहा कि रेस्क्यू टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। बाबा केदार से सभी की सलामती की प्रार्थना भी की पर अब वो प्रार्थना जवाब नहीं देगी, क्योंकि सातों यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
पर्यटन और हेलीकॉप्टर संचालन के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हादसे के बाद युकाडा और डीजीसीए ने चारधाम की सभी हेली सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर दी हैं। यानी अब अगले आदेश तक ना कोई उड़ान, ना कोई टेकऑफ श्रद्धा को अब फिर से पुराने रास्ते से ही गुजरना होगा।
बता दे कि ये बीते 9 दिनों में दूसरा हादसा है। 7 जून को भी सिरसी में क्रिस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर टेक ऑफ के कुछ देर बाद क्रैश लैंडिंग कर गया था, हालांकि तब सभी छह लोग सुरक्षित रहे। लेकिन इस बार कुदरत ने रहम नहीं किया।
कुल मिलाकर इस पूरे हादसे के बाद कई सवाल फिर हवा में तैर रहे हैं,
क्या चारधाम जैसी संवेदनशील जगहों पर मौसम पूर्वानुमान की तकनीक पर्याप्त है?
क्या निजी एविएशन कंपनियों पर प्रशासन की निगरानी ढीली है?
क्या श्रद्धालुओं की ज़िंदगी, मुनाफे की दौड़ में ‘उड़ती हुई रिस्क’ बन गई है?
हेलीकॉप्टर सिर्फ लोहे की मशीन नहीं है, उसमें उड़ती हैं इंसानों की उम्मीदें, और जब वो गिरता है, तो टूटती हैं सिर्फ हड्डियाँ नहीं बिखरते हैं सपने, आस्था और परिवार और हम सब बस एक लाइन पढ़ते हैं हेलीकॉप्टर क्रैश, सभी यात्रियों की मौत।