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हल्द्वानी। रिंग रोड के पुराने प्रस्तावित सर्वे में बदलाव किये जाने से कमलुवागांजा से लामाचौड़ तक के ग्रामीणों में प्रशासन के इस कदम को लेकर रोष है। उन्होंने एसडीएम कोर्ट ज्ञापन सौप कर किये जा रहे सर्वे पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। इसे लेकर लोगों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा अचानक पुराने प्रस्तावित सर्वे को बदल दिया गया, जिसके चलते ग्रामीणों की कृषि भूमि, दुकानें तथा भवन रोड की नाप के भीतर आ रहे हैं और उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। लोगों का कहना है कि लोक र्निमाण विभाग द्वारा विगत कुछ दिनों से लामाचौड तथा कमलुवागांजा क्षेत्र में सर्वे टीम द्वारा रोड के दोनों तरफ 22.50 मीटर कुल 45 मीटर भूमि नाप कर ग्रामीणों के खेतों, भवनों, दुकानों आदि में निशान लगाये जा चुके हैं। जबकि उक्त रिंग रोड पूर्व में लामाचौड से जंगल किनारे वन भूमि पर प्रस्तावित थी लेकिन विभाग द्वारा अचानक पुराने सर्वे में बदलाव कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि लोक निर्माण विभाग के इस तुगलकी फरमान को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ग्रामीणों ने कहा कि विभाग ने इसे लामाचौड कमलुवागांजा में ग्रमीणों की भूमि, भवन तथा दुकानों के बीच से बनाने का फरमान देकर क्षेत्र का विनाश किया जा रहा है। विभाग द्वारा किये जा रहें सर्वे के बाद क्षेत्र के लोगों में अत्यधिक भय का माहौल है। ग्रामीणों के अुनसार उक्त रिंग रोड की नाप में ग्राम सभा कमलुवागांजा, बच्चीनगर रामपुर लामाचौड, लामाचौड खास कुरियागांव के लामाचौड से कमलुवागांजा मार्ग में बसे लगभग सभी ग्रामीणों की कृषि भूमि, दुकानें तथा भवन रोड की नाप के भीतर आ रहे हैं जिससे लोगों को काफी नुकसान हो रहा है हाल यह है कि जो भूमिधर है वे भूमिहीन होने जा रहे हैं तथा सैकडों परिवारों के घर प्रस्तावित रिंग रोड की जद में आने से उनके सर से छत छिनने जा रही है, जिसके चलते क्षेत्र के ग्रामीणों अत्यधिक मानसिक तनाव से गुजर रहे है। ग्रामीणों ने कहा कि विकास के नाम पर क्षेत्र का किया जा रहा विनाश किसी सूरत में सहन नहीं किया जायेगा।

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