राजेश सरकार / गौरव पांडेय – हल्द्वानी। खेमपुर गैबुआ में लीज पर दिए गए कारा अननतारा रिजॉर्ट, होटल और स्पा पर जबरन कब्जा करने के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। इस करतूत को रिजॉर्ट के लैंड स्वामी ने अपने 40 साथियों के साथ अंजाम दिया। रिजॉर्ट स्वामी और साथियों ने रिजॉर्ट में धावा बोलकर लाइसेंसी पिस्टल लहराते हुए स्टाफ को रिजॉर्ट खाली करने को लेकर डराया-धमकाया। स्टाफ और जनरल मैनेजर से हाथापाई की। गर्भवती महिला स्टाफ के साथ भी अभद्रता की। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
रिपोर्टकर्ता खेमपुर गैबुआ स्थित कारा अन्नतारा रिजॉर्ट एवं होटल के जनरल मैनेजर राहुल वर्मा का आरोप है कि गुरूग्राम निवासी लीज ऑनर पुनीत सेठी द्वारा काशीपुर निवासी निवासी संजीव अरोड़ा से रिजॉर्ट और होटल संचालन के लिए 23 मार्च 2021 को 10 साल का लीज एग्रीमेंट किया गया था। लेकिन अब संजीव अरोड़ा एग्रीमेंट से मुकर गए हैं और मई माह 2023 से लगातार होटल स्टाफ को होटल खाली करने की धमकी देते आ रहे हैं। संजीव अरोड़ा द्वारा एग्रीमेंट से मुकरने के बाद जनरल मैनेजर राहुल वर्मा ने रामनगर के सिविल जज सीनियर डिवीजन के समक्ष 29 मई को दावा वाद भी दायर किया है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के लिए 19 जुलाई 2023 की तारीख दी है।
जनरल मैनेजर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीन जून को संजीव अरोड़ा ने उन्हें फोन पर चार जून के लिए अपने गेस्ट के लिए 50 कमरे बुक कराए। इसके बाद चार जून को संजीव पाल अरोड़ा अपने साथी जितेंद्र अरोड़ा, जग्गी लोहनी, सोनू कांडपाल, डीके अग्रवाल, संजय अरोड़ा, शकील, सुरेंद्र भल्ला, और 40-50 अन्य अज्ञात साथियों के साथ होटल में घुस आए। आरोपियों ने होटल कर्मियों के साथ हाथापाई की और जनरल मैनेजर का फोन छीनने के साथ ही उनको होटल से बाहर खींच कर ले गए। इतना ही नहीं, आरोपियों ने होटल की गर्भवती महिला कर्मी से अभद्रता की और महिला समेत होटल के अन्य स्टाफ को जबरन हाथ पकड़कर होटल से बाहर कर दिया। इसके बाद आरोपी कैश काउंटर से होटल से संबंधित दस्तावेज और चाबियां छीन कर ले गए। आरोपी संजीव अरोड़ा ने होटल के मैनेजिंग स्टाफ नितिन अरोड़ा को पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी भी दी। इस बीच जनरल मैनेजर ने डायल 112 में कॉल पर पुलिस को वारदात की जानकारी दी। लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही आरोपी मौके से भाग खड़े हुए।
दहशत में रहा पूरा गांव और होटल के गेस्ट
आरोपियों द्वारा होटल में धावा बोेलने और बलवा करने से पूरा गांव दहशत में आ गया। आरोपी संजीव अरोड़ा ने होटल के बाहर और भीतर अपनी लाइसेंसी पिस्टल लहराई। इससे होटल में ठहरे गेस्ट भी दहशत में रहे। आरोपियों ने पूरे होटल स्टाफ को बाहर निकाल दिया था। इस कारण होटल के गेस्ट को खाना भी नहीं मिल पाया। बच्चों के साथ ही महिलाओं और बुजुर्गों को भूखे रहना पड़ा।
सोची समझी साजिश के तहत दिया वारदात को अंजाम
आरोपियों ने सोची-समझी साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया। होटल में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। आरोपियों द्वारा की गई वारदात कैमरों में कैद न हो, इसके लिए सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों को बंद करने की साजिश रची गई। होटल में धावा बोलकर बलवा करने से पहले आरोपी जितेंद्र अरोड़ा और शकील होटल के पीछे वाले हिस्से में गए और एक-एक कर सीसीटीवी कैमरों की वायर को काट दिया। होटल में वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अकाउंट रूम और मैनेजर रूम में रखी सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को भी उठा कर अपने साथ ले गए।
पुलिस ने तीसरे दिन दर्ज की एफआईआर
इस आपराधिक मामले में पुलिस ने विलंब से कार्रवाई की। पीड़ित पक्ष के जनरल मैनेजर राहुल वर्मा ने वारदात वाले दिन यानी चार जून को ही बैलपड़ाव पुलिस चौकी में एफआईआर दे दी थी। लेकिन पुलिस ने तीसरे दिन यानी छह जून को आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 427, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज की। इतना ही नहीं, बैलपड़ाव चौकी प्रभारी और पुलिस कर्मियों ने भी खुद पांच जून की सुबह होटल पहुंचकर स्टाफ को धमकाया और जल्द से जल्द होटल खाली करने को बोला। यहां यह भी गौरतलब है कि पुलिस ने इस विवाद और आपराधिक घटना के बीच एसडीएम कालाढूंगी से सीआरपीसी की धारा 145 क के तहत कार्यवाही की सिफारिश की। एसडीएम के आदेश के बाद पांच जून की शाम को होटल पर यह नोटिस चस्पा किया गया। आठ जून को हुई सुनवाई के बाद अब एसडीएम ने इस मामले में दोनों पक्षों को 17 जून को अपने-अपने दावों के साथ प्रस्तुत होने के आदेश दिए हैं।
यह है विवाद की वजह
इस मामले में मुनाफा विवाद की वजह है। लीज ऑनर पुनीत सेठी पक्ष के अनुसार लैंड ऑनर संजीव पाल अरोड़ा और उनके बीच 23 मार्च 2021 को इस संबंध में एग्रीमेंट हुआ था। इसके मुताबिक होटल एवं रिजॉर्ट को 10 साल की अवधि के लिए 16 लाख रूपये मासिक किराया और जीएसटी की शर्त के साथ लीज पर लिया गया था। एग्रीमेंट के तहत छह साल का लॉक इन पीरियड भी तय हुआ था। सौदे के तहत पुनीत सेठी ने संजीव अरोड़ा पक्ष को बतौर सिक्योरिटी डेढ़ करोड़ रूपये भी दिए थे। जो रिफंडेबल हैं। पुनीत सेठी पक्ष ने होटल और रिजॉर्ट को लीज पर लेने के बाद साज-सज्जा पर एक करोड़ रूपये भी खर्च किए। इस बीच रिजॉर्ट अच्छा चलने लगा तो लैंड ऑनर की नीयत भी बदल गई। अब लैंड ऑनर इस रिजॉर्ट और होटल को फॉक्सेसो कंपनी को देना चाहता है। 11 मई को लीज ऑनर को इस बात की पक्की भनक लगी तो उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से लैंड ऑनर संजीव अरोड़ा को लीगल नोटिस भी भिजवाया। इसके बाद उन्होंने रामनगर सेशन कोर्ट में अपना दावा भी दायर किया। इधर, इस मामले में आरोपी संजीव पाल अरोड़ा ने सभी आरोपों से इंकार किया है। उन्होंने मामले को झूठा बताया है। बताया कि उनका दूसरे पक्ष के पुनीत सेठी से एग्रीमेंट पूरा हो चुका है। वह अपनी प्रॉपर्टी को बेचना चाहते हैं। इस संबंध में उन्होंने पुनीत सेठी से बात की तो उन्होंने झूठा मामला बना दिया।