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172 घण्टे बाद भी पुलिस के हाथ खाली

हल्द्वानी। नानकमत्ता डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या हुए 172 घंटे का समय होने को है। हत्याकांड के बाद बड़े-बड़े दावे करने वालीं उधमसिंह नगर पुलिस सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटती दिख रही है। बात अगर पुलिस के अभी तक के वर्कआउट की करे तो पता चला है कि इस केस में शामिल अमरजीत सिंह 15 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश के बिलासपुर से अपनी पुश्तैनी जमीन व मकान बेचकर पंजाब के तरनतारन में जाकर परिवार सहित बस गया था। पुलिस को य़ह भी पता चला है कि अमरजीत आदतन अपराधी प्रवृति का है। उसपर बिलासपुर में हत्या, डकैती, लूट जैसे कई संगीन मुकदमे दर्ज है। वर्ष 2014 में एटीएम लूटकांड में शामिल अमरजीत ने बिलासपुर के सेठी प्रधान को सरेआम गोलियों से भूनकर उसकी हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं शाहजहांपुर के पुवाया हुई डकैती की वारदात में भी वह मुख्य आरोपी है। अमरजीत सिंह कट्टरपंथी विचारधारा का है, जिसे उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि उत्तराखण्ड पुलिस भी तलाश कर रही है। सूत्रों की माने तो पुलिस उनके नेपाल भाग जाने की बात से भी इंकार नहीं कर रही है, क्योंकि नानकमत्ता से नेपाल की दूरी मात्र ढाई घण्टे की है और घटना वाले दिन पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले आरोपियों को भागने के किये ढाई घण्टे से अधिक का समय मिला था।
बता दे कि बीते 28 मार्च की सुबह छह बजे नानकमता डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की बाइक सवार दो सिख व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी मंजूनाथ टीसीए ने दस टीमों का गठन किया है। पुलिस की टीमें यूपी, पंजाब सहित कई प्रदेशों में डेरा डाले हुए है।

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