ख़बर शेयर करें -

विश्व प्रसिद्ध रामनगर के जिम कॉर्बेट क्षेत्र में होटल और रिजॉर्ट संचालन को लेकर लगातार गहरा रहे विवाद
कारा अनंतारा होटल एवं रिजॉर्ट का विवाद और हुई आपराधिक घटना है ताजा उदाहरण
विवादों से क्षेत्र के पर्यटन कारोबार पर पड़ रहा नकारात्मक असर, मेहमान पर्यटकों में जा रहा गलत संदेश, बाहरी उद्यमी निवेश से हो रहे हतोत्साहित


हल्द्वानी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में पर्यटन विकास को लेकर काफी गंभीर हैं। वह विश्व प्रसिद्ध रामनगर के जिम कॉर्बेट क्षेत्र का भ्रमण भी कर चुके हैं। हाल ही में जी-20 समिट के आयोजन के जरिये यहां पर्यटन विकास और बाहरी निवेश को आकर्षित करने का भी प्रयास किया गया है। विदेशी मेहमानों ने भी यहां की प्राकृतिक सुंदरता को जमकर सराहा। दूसरी ओर देखा जाए तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश सरकार भी रामनगर समेत प्रदेश भर में पर्यटन को बढ़ावा देने के दावे कर रही है। इसके लिए उद्यमियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अवस्थापना सुविधाओं और सेवाओं को भी बेहतर बनाने के दावे किए जा रहे हैं। वहीं प्रदेश में होटल और रिजार्ट मालिकों और संचालकों के बीच विवाद के मामले भी लगातार प्रकाश में आ रहे हैं। देश के पहले टाइगर रिजर्व क्षेत्र विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्र में ही ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं। जिसमें होटल और रिजॉर्ट मालिकों और संचालकों के बीच विवाद गहराया हुआ है। इससे देश-विदेश भर में पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड की छवि धूमिल हो रही है। पर्यटकों के बीच नकारात्मक संदेश जा रहा है। साथ ही इन विवादों के चलते बाहरी उद्यमी यहां निवेश करने से भी कतरा रहे हैं। हाल ही में रामनगर के खेमपुर गैबुआ में कारा अनंतारा होटल और रिजॉर्ट का विवाद इसका ताजा उदाहरण है। यहां रिजॉर्ट के संचालन को लेकर लैंड ऑनर और लीज ऑनर के बीच विवाद गहराया हुआ है। यह विवाद पुलिस प्रशासन से लेकर न्यायालय की दहलीज तक पहुंच गया है। इस मामले में हुई आपराधिक घटना की एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है।
गौरतलब है कि कारा अनंतारा होटल और रिजॉर्ट के लैंड ऑनर काशीपुर निवासी संजीव पाल अरोड़ा और हरियाणा के उद्यमी पुनीत सेठी के बीच संचालन को लेकर 23 मार्च 2021 को एग्रीमेंट हुआ था। इस एग्रीमेंट के मुताबिक होटल एवं रिजॉर्ट को 10 साल की अवधि के लिए 16 लाख रूपये मासिक किराया और जीएसटी की शर्त के साथ लीज पर लिया गया था। एग्रीमेंट के तहत छह साल का लॉक इन पीरियड भी तय हुआ था। सौदे के तहत पुनीत सेठी ने संजीव पाल अरोड़ा पक्ष को बतौर सिक्योरिटी डेढ़ करोड़ रूपये भी दिए थे। जो रिफंडेबल हैं। उद्यमी पुनीत सेठी पक्ष ने होटल और रिजॉर्ट को लीज पर लेने के बाद साज-सज्जा पर एक करोड़ रूपये भी खर्च किए। कुछ समय के भीतर रिजॉर्ट अच्छा चलने लगा तो लैंड ऑनर की नीयत भी बदल गई। लैंड ऑनर पहले से तय सौदे से मुकर गया है। अब लैंड ऑनर इस रिजॉर्ट और होटल को फॉक्सेसो कंपनी को ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए लीज पर देना चाहता है। 11 मई को लीज ऑनर को इस बात की भनक लगी तो उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से लैंड ऑनर संजीव अरोड़ा को लीगल नोटिस भिजवाया। इसके बाद उन्होंने रामनगर सेशन कोर्ट में अपना दावा भी दायर किया। सेशन कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 19 जुलाई को तय हुई है।
इस बीच चार जून को कारा अनंतारा होटल और रिजॉर्ट में आपराधिक घटना भी हुई। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। एफआईआर के मुताबिक चार जून को संजीव पाल अरोड़ा अपने साथी जितेंद्र अरोड़ा, जग्गी लोहनी, सोनू कांडपाल, डीके अग्रवाल, संजय अरोड़ा, शकील, सुरेंद्र भल्ला, और 40-50 अन्य अज्ञात साथियों के साथ होटल में घुस आए। आरोपियों ने होटल कर्मियों के साथ हाथापाई की और जनरल मैनेजर का फोन छीनने के साथ ही उनको होटल से बाहर खींच कर ले गए। इतना ही नहीं, आरोपियों ने होटल की गर्भवती महिला कर्मी से अभद्रता की और महिला समेत होटल के अन्य स्टाफ को जबरन हाथ पकड़कर होटल से बाहर कर दिया। इसके बाद आरोपी कैश काउंटर से होटल से संबंधित दस्तावेज और चाबियां छीन कर ले गए। आरोपी संजीव पाल अरोड़ा ने होटल के मैनेजिंग स्टाफ नितिन अरोड़ा को पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी भी दी। लैंड ऑनर पक्ष ने सोची-समझी साजिश के तहत इस आपराधिक घटना को अंजाम दिया। वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने रिजॉर्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों की वायर काट दी। इसके साथ ही रिजॉर्ट से सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर भी उठा कर ले गए। ताकि उनकी करतूत कैमरों में कैद न हो। इस बीच जनरल मैनेजर राहुल वर्मा ने डायल 112 में कॉल पर पुलिस को वारदात की जानकारी दी। लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही आरोपी मौके से भाग खड़े हुए। इसके बाद होटल और रिजॉर्ट के जनरल मैनेजर राहुल वर्मा ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इधर, लैंड ऑनर और लीज ऑनर के बीच विवाद को देखते हुए पुलिस की सिफारिश पर एसडीएम ने होटल और रिजॉर्ट में कारोबारी गतिविधियों पर रोक भी लगा दी। इस विवाद की सुनवाई एसडीएम कोर्ट में भी चल रही है। रिजॉर्ट में हुई इस आपराधिक घटना के बीच मेहमान पर्यटक भी भयभीत हो गए। विवाद और आपराधिक घटना के बीच डरे सहमे कई मेहमान पर्यटकों को अन्यत्र होटलों में भी शिफ्ट करना पड़ा। इस घटना से मेहमान पर्यटकों के बीच नकारात्मक संदेश गया। उन्हें परेशानी और फजीहत का भी सामना करना पड़ा। जबकि लीज ऑनर और रिजॉर्ट कर्मी भी हतोत्साहित हुए। रिजॉर्ट कर्मियों की मनोस्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।
यहां यह भी गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध रामनगर के जिम कॉर्बेट क्षेत्र में कई होटल और रिजॉर्ट मालिक और संचालकों के बीच विवाद गहराया हुआ है। विवाद की शिकायतें पुलिस प्रशासन तक भी पहुंचती रहीं हैं। ऐसे कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं। इन हालातों में यहां निवेश करने वाले बाहरी उद्यमी हतोत्साहित हो रहे हैं। मेहमान पर्यटकों के बीच जिम कॉर्बेट क्षेत्र में पर्यटन को लेकर गलत संदेश जा रहा है। इससे यहां पर्यटन कारोबार की छवि भी धूमिल हो रही है।

यह भी पढ़ें 👉  दवाओं पर महंगाई का तड़का

बड़े होटल ग्रुप्स कैसे करेंगे निवेश

हल्द्वानी। इन हालातों में क्षेत्र ही नहीं वरन राज्य भर में देश और विदेश के जाने-माने बड़े होटल और रिजॉर्ट ग्रुप्स कैसे निवेश करेंगे, यह सवाल उठना भी लाजिमी है। क्षेत्र में होटल और रिजॉर्ट संचालन को लेकर मालिकों और संचालकों के बीच विवादों की स्थिति को देखकर यह चिंताजनक तस्वीर सामने आती है। यदि ऐसे ही क्षेत्र में होटल और रिजॉर्ट संचालन को लेकर मालिकों और संचालकों के बीच विवाद और आपराधिक घटनाएं होती रहीं तो पर्यटन पर नकारात्मक असर पड़ेगा। इससे आने वाले समय में यहां निवेश की चाह रखने वाले बाहरी उद्यमियों के बीच भी नकारात्मक संदेश जाएगा। इसका पर्यटन कारोबार से जुड़े स्थानीय लोगों के हितों पर भी सीधा असर होगा। क्षेत्र में रोजगार के नए अवसरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वर्तमान में देखा जाए तो अभी तक विश्व प्रसिद्ध रामनगर के जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्र में निवेश से बड़े ग्रुप्स कतरा रहे हैं। लगातार विवादों के मामले सामने आने के बाद बाहरी निवेशक उद्यमी भी हतोत्साहित हो रहे हैं। क्षेत्र के पर्यटन कारोबार में अभी तक देश-विदेश के जानेमाने ग्रुप्स का निवेश से कतराना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। इन हालातों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार की पर्यटन विकास और बाहरी निवेशकों को आकर्षित की मंशा कैसे पूरी होगी, यह भी बड़ा सवाल है।

यह भी पढ़ें 👉  दुस्साहस: कारा रिजॉर्ट में हथियारबंदों का हमला

कारा अननतारा मामले की जांच आरंभ


हल्द्वानी। पुलिस ने कारा अननतारा होटल और रिजॉर्ट में हुए आपराधिक मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके तहत बयान दर्ज करने के साथ ही मामले से जुड़े साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि चार जून को हुई घटना के बाद कालाढूंगी थाना पुलिस ने
छह जून को आठ नामजद समेत अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 427, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। जांच अधिकारी कुशल सिंह नगरकोटी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके तहत वादी पक्ष के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। साथ ही मामले से जुड़े साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

Advertisement
Ad Ad Ad Ad Ad Ad

Comments

You cannot copy content of this page