Advertisement
ख़बर शेयर करें -

टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे बना मौत का रास्ता

चंपावत: टनकपुर से पिथौरागढ़ जा रही एक कार सुखीढांग के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। कार में सवार थे चार लोग सभी बरेली से पिथौरागढ़ घूमने निकले थे। लेकिन अब उनमें से एक, 27 वर्षीय मनोज, वापस कभी नहीं लौटेगा। बसंत विहार, बरेली के तेजपाल का बेटा था मनोज। परिवार को अब उसकी आवाज़ की जगह सिर्फ पुलिस की सूचना मिली है आपका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है।
घटना सुबह करीब 5 बजे की बताई जा रही है। हादसे में तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज टनकपुर उपजिला चिकित्सालय में चल रहा है। चल्थी चौकी पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया, घायलों को खाई से निकाला, एंबुलेंस में लादा और अस्पताल तक पहुंचाया। पर सवाल फिर भी वहीं खड़ा है टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे पर कब तक यूं ही गाड़ियां खाई में गिरती रहेंगी? कब मिलेगा इस खूनी मोड़ पर चेतावनी संकेत या सुरक्षात्मक अवरोध? कब जागेगा सिस्टम? जवाब कोई नहीं देता सिर्फ एक बयान आता है जांच की जा रही है। पर अब जांच से ज़्यादा ज़रूरत है ज़िम्मेदारी की। ये हादसा नहीं, सिस्टम की लापरवाही की कहानी है जिसे हर बार मौत लिखती है, और हम पढ़कर भूल जाते हैं।

Comments