हल्द्वानी। भाजपा ने विधानसभावार अधिक से अधिक वोट सांसद प्रत्याशी को दिलाये जाने का टास्क देकर पार्टी के कुछ विधायकों सकते में डाल दिया है। पार्टी के इस टास्क से कुछ प्रसन्नचित मुद्रा में नजर आ रहे है तो कुछो के चेहरों की हवाइयां उड़ रहीं है। बहरहाल पार्टी हाईकमान द्वारा सौपे गये टास्क में कौन विधायक कितना खरा उतरता है यह तो चार जून को आने वाला चुनाव परिणाम ही बतायेगा।
सूत्र बताते है कि पार्टी प्रत्याशी को बम्पर वोटों से जिताने की जिम्मेदारी सौपे जाने के बाद भाजपा के सभी विधायकगण अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों में जोड़ तोड़ में जुट गये है। राजधानी दून से छन आ रही खबरों की माने तो विधायकोें को दिल्ली स्तर से साफ तौर पर कहा गया है कि जो विधायक अपनी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के सांसद प्रत्याशी के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करायेगा उसे पार्टी स्तर से आने वाले समय मे इसका इनाम प्रोत्साहन के रूप में दिया जायेगा। यहां प्रोत्साहन से अभिप्राय है कि भविष्य में कैबिनेट में होने वाले विस्तार में या कही अन्यत्र कोई बड़ा पद देकर प्रोत्साहित किया जा सकता है। पार्टी के इस टास्क से वे विधायक तो फुले नहीं समा रहे है, जिनका अपने क्षेत्रो में अच्छा जनसम्पर्क है और जो जनता के दुःख सुख में लगातार उनके साथ खड़े रहते है। परन्तु पार्टी का यह टास्क उन माननीयों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है जिन्होंने जीतने के बाद अपने क्षेत्र में अब तक जाने की जहमत तक नहीं उठायी। ऐसे में उनकी विधानसभा से यदि पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में मतों की संख्या कम रहती है तो उनके ऊपर संकटरूपी बादल मंडरा सकते है।
कुछ कर दिखाने का है मौका
वैसे देखा जाये तो पार्टी स्तर से सांसद प्रत्याशी को भारी मतों से जिताने का सौपा गया यह टास्क सभी के लिये कुछ कर दिखाने का मौका है। खासकर उनके लिये जिन्होंने बीते चुनाव में हार का स्वाद चखा है और जो वर्तमान में लगभग हासिये पर चल रहे है। ऐसे तमाम माननीयों के लिये पार्टी का यह टास्क एक सुनहरे अवसर सें कम नहीं है जिसे वे पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में अधिक से अधिक मत दिलाकर अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते है और अपनी महत्वकांक्षा को परवान चढ़ा सकते है।