त्रिलोक चन्द्रा
हल्द्वानी। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि प्रदेश की जनता की सुरक्षा को लेकर पुलिस द्वारा हर सम्भव कदम उठाये जा रहे। बढ़ते अपराधों पर शिकंजा कसने के लिये पुलिस द्वारा लगातार अंवाछित तत्वों पर नजर रखी जा रही है। डीजीपी आज बृहस्पतिवार को यहां पुलिस बहुउददेशीय भवन सभागार में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि साइबर क्राइम के साथ ही गंभीर अपराधों, बढ़ती नशे की प्रवृति की रोकथाम को लेकर उनके पास विभिन्न स्तर से सुझाव आये है जिन पर पुलिस आगामी दिनों में अपने स्तर से कार्रवाही करना सुनिश्चिित करेगी। भीमताल में एक नौकरशाह के यहां से 50 करोड़ की चोरी के सम्बन्ध में पूछे गये सवाल पर उनका कहना था कि इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोई सूचना पुलिस के पास नहीं है। उन्होंने माना की इससे सम्बन्धित उड़ती खबर उनके पास भी पहुची थी, उन्होंने कहा कि यदि ऐसी कोई घटना घटित हुयी होती तो उसकी शिकायत सर्वप्रथम पुलिस के पास आती लेकिन ऐसी कोई भी सूचना पुलिस के पास नही है। पुलिस फिलहाल चल रही खबरों का आधार तलाश रही है। इस दौरान एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा, एसपी सिटी प्रकाश आर्या, हरवंश सिंह, सीओ सिटी नितीन लोहनी सहित जनपद के पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
लोक गायक से की पुलिस ने धक्का मुक्की
हल्द्वानी। डीजीपी अभिनव कुमार के जनसंवाद कार्यक्रम में उस समय हंगामा हो गया, जब लोक गायक दीपक सुयाल को पुलिस ने जनसंवाद कार्यक्रम में अंदर जाने से रोक दिया। एक पैर से विकलांग दीपक सुयाल अपनी समस्या को लेकर डीजीपी से मिलना चाहता था। पर पुलिस ने उसे बाहर ही रोक दिया, इस दौरान पुलिस दीपक सुयाल को जबरदस्ती घसीटते हुये कोतवाली ले गयी। दीपक पुलिस से कहता रहा कि उसका एक पैर खराब है और वह डीजीपी को अपनी समस्या से अवगत कराना चाहता है। लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी।
दोषी पुलिस कर्मियों पर हो मुकदमा दर्ज: पनेरू
हल्द्वानी। ओखलकांडा के खन्स्यू में पुलिस के दारोगा द्वारा पर्वतीय मूल के युवक के साथ किये गये बर्बरता पूर्ण व्यवहार मामले को डीजीपी अभिनव कुमार के सम्मुख उठाये जाने को लेकर ओखलकांडा से यहां पहुचे राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू ने जब डीजीपी से मिलने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस नेे नहीं मिलने दिया। हरीश पनेरू क्षेत्रवासियों के साथ बुद्धपार्क में धरने पर बैठ गये। इस दौरान धरना स्थल पर पुलिस की पनेरू के साथ धक्का मुक्की भी हुयी। आंदोलनकारी हरीश पनेरू का कहना था कि खन्स्यू प्रकरण में युवक के साथ दुव्यहार करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।